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राजस्थान में श्रीगंगानगर जिला अस्पताल का प्रथम स्थान, जीता 50 लाख का इनाम

श्रीगंगानगर जिला अस्पताल को राज्य में मरीजों को बेहतर सेवाएं देने के कारण कायाकल्प योजना में प्रथम स्थान पर रहा. साथ ही अस्पताल को 50 लाख रुपए का इनाम भी मिला. जिला अस्पताल पीएमओ डॉ. के.एस कामरा ने कार्यभार संभालने के बाद जिला अस्पताल में इन सारी छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दिया. जिस वजह से जिला अस्पताल प्रथम स्थान पर रहा.

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जिला अस्पताल बेहतर सुविधाओं की वजह से रहा प्रथम स्थान पर

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Published : Jan 12, 2020, 8:31 PM IST

श्रीगंगानगर.जिला अस्पताल को मरीजों को बेहतर सेवाएं देने के कारण कायाकल्प योजना में राज्य में प्रथम स्थान पर रहा. साथ ही 50 लाख रुपए का इनाम भी जीता. अस्पताल में क्या ऐसे सुधार किये गये, जिसकी वजह से जिला अस्पताल प्रथम स्थान पर रहा. इस बारे में जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. केशव कामरा ने ईटीवी भारत को बताया.

जिला अस्पताल बेहतर सुविधाओं की वजह से रहा प्रथम स्थान पर

दरअसल सरकार ने सरकारी अस्पतालों में स्वच्छता बढ़ाने, संक्रमण रोकने और रोगियों को सकारात्मक अनुभव देने के लिए कायाकल्प कार्यक्रम शुरू किया है. जिसका मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य, देखभाल, सुविधाओं में स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण प्रथाओं को बढ़ावा देना है. स्वास्थ्य सुविधाओं को प्रोत्साहित करने और बेहतर तरीके से संक्रमण नियंत्रण के मानक प्रोटोकॉल का अनुपालन करने में अनुकरणीय हो. अस्पतालों में स्वच्छता, रखरखाव, कचरा प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, समर्थन सेवाएं, सहित स्टाफ का यूनिफॉर्म में होना मरीजों की संतुष्टि, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, पेस्ट कंट्रोल, आईपीसी प्रदर्शन, स्वास्थ्य सुविधाओं और अनुशासन आदि को आधार बनाया गया है.

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जिला अस्पताल पीएमओ डॉ. केएस कामरा ने कार्यभार संभालने के बाद जिला अस्पताल में इन सारी छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दिया. जिनमें निर्माण होने के लंबे समय से बंद एमसीएच यूनिट शुरू की, गर्भवती और प्रसूताओं को सभी प्रकार की बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाई गई, अस्पताल में प्लास्टिक बैन किया गया, खाने की प्लेटें, प्लास्टिक थैलियां आदि जप्त की गई, धूम्रपान करने वालों के चालान काटे गए, दानदाताओं के सहयोग से आई वार्ड, ओपीडी सहित अन्य जगहों पर रंगरोगन किया गया, जिला अस्पताल में करीब 20 साल बाद पेंट हुआ. 50 साल पुराने रिकॉर्ड को नष्ट करवाया गया. सफाई व्यवस्थाओं में सुधार के लिए डॉक्टरों के साथ ही नर्सिंग कर्मियों ने भी जिम्मेदारी निभाई. जिस वजह से जिला अस्पताल राज्य में प्रथम स्थान पर रहा.

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