रींगस (सीकर). कस्बे के आसपास के गांवों में मूंगफली की फसल में सफेद लट का प्रकोप दिनों दिन बढ़ रहा है. कई क्षेत्रों में सफेद लट मूंगफली की फसल को चट कर रही है. मूंगफली में 60 से 70 फीसदी नुकसान देखा जा रहा है. इसके चलते किसानों की नींद उड़ी हुई है.
मूंगफली की फसल को चट कर रही सफेद लट पिछले दिनों से मूंगफली में सफेद लट का प्रकोप शुरू हो गया. इससे कई हैक्टेयर फसल को सफेद लट चट कर गई. धिरजपुरा, गिरधारी सिंह का बास, बावडी, कांवट सहित अन्य क्षेत्र में मूंगफली की फसल में नुकसान अधिक है. किसान दवा का छिड़काव कर काफी प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सफेद लट पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है. इसके चलते किसान खासे चिंतित हैं. बाजरे की फसल में भी कई जगह सफेद लट का प्रकोप देखा जा रहा है. सफेद लट से धिरजपुरा, बावड़ी, गिरधारी सिंह का बास में बाजरे की व ग्वार की फसल में भी सफेद लट नुकसान कर रही है.
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धीरजपुरा, गिरधारी सिंह का बास, बावड़ी, कांवट में मूंगफली व बाजरे की फसल में सफेद लट के प्रकोप के चलते 60 से 70 फीसदी नुकसान हो गया है. इससे किसानों की नींद उड़ी हुई है. सफेद लट के प्रकोप से आसपास के गांवों में बाजरा, मूंगफली की हजारों बीघा फसल बर्बाद हो गई है.
किसान मुरलीधर पुत्र देवाराम बाजिया, भान सिंह पुत्र कल्याण सिंह, नाथू लाल पुत्र भोलू राम बाजिया ने बताया कि महंगे भाव का बीज खरीदकर बड़े अरमानों से मूंगफली की बुआई की थी, लेकिन सफेद लट के प्रकोप ने अरमानों पर पानी फेर दिया है. पिछले कुछ सालों से मूंगफली की बोआई का रकबा बढऩे लगा है, लेकिन इस वर्ष बाजरा व मूंगफली के पौधों के नीचे 6 से 10 लटें निकल रही हैं, जो जड़ों को काट रही है. किसान मुरलीधर ने बताया कि उन्होंने 25 बीघा जमीन में 4 क्विंटल करीब 40 हजार का बीज खरीद कर मूंगफली की बुआई की थी.