फतेहपुर (सीकर).जिले के फतेहपुर उपखण्ड मुख्यालय पर सरकारी कॉलेज खुलेगा, इसकी घोषणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में विनियोग विधयेक पर बोलते हुए शुक्रवार को की है. कस्बे में सरकारी कॉलेज की घोषणा होने के साथ ही कस्बेवासियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी.
फतेहपुर में खुलेगा सरकारी कॉलेज बता दें कि बजट के दौरान कॉलेज की घोषणा नहीं होने के कारण निराशा हुई थी, इसके बाद से विधायक हाकम अली खां ने लगातार प्रयास जारी रखें थे. विधानसभा चुनावों में हाकम अली ने कॉलेज खुलवाने का वादा किया था. दो बजट में कॉलेज नहीं मिलने के कारण लोग कई तरह के कयास लगा रहे थे, लेकिन अब कॉलेज की घोषणा हो जाने के कारण लोगों में खुशी छाई है.
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कस्बे में सरकारी कॉलेज खोले जाने की खबर जैसे ही लोगों को लगी लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. कस्बे में बावड़ी गेट, छतरिया बस स्टैण्ड पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और आमजन ने पटाखे जलाकर खुशी का इजहार किया है. साथ ही विधायक हाकम अली खां और मुख्यमंत्री का आभार जताया है. इसके अलावा दुर्गा मार्केट के समीप लोगों ने गुलाल लगाकर और पटाखे जलाकर खुशी का इजहार किया है.
इसलिए थी सरकारी कॉलेज की आवश्यकता-
फतेहपुर जिले में सीकर के बाद सबसे बड़ा कस्बा है. साथ ही करीब 70 गांव लगते है. फतेहपुर शहर और ग्रामीण क्षेत्र में 76 सीनियर सैकण्डरी स्कूलें संचालित है. ऐसे में हर वर्ष औसतन पांच हजार विद्यार्थि 12वीं पास करके निकलते है. फतेहपुर में सरकारी कॉलेज नहीं होने के कारण विद्यार्थियों को पहले सीकर और रामगढ़ जाना पड़ता था, इससे विद्यार्थियों के समय और धन की बर्बादी होती थी. साथ ही कई विद्यार्थी प्रवेश से वंचित रह जाते थे. वहीं कॉलेज मिलने के कारण अब हजारों विद्यार्थियों को फायदा मिल सकेगा.
बीस वर्षों से चल रही मांग अब हुई पूरी-
फतेहपुर कस्बे में सरकारी कॉलेज खोले जाने की मांग लगभग बीस वर्षों से चली आ रही थी. सैकड़ों बार ज्ञापन दिए गए थे. एसएफआई कार्यकर्ताओं ने एक बार भूख हड़ताल की थी. इसके अलावा अलग-अलग संगठन कई तरीके से मांग उठा रहे थे.
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भारतीय मित्र मोर्चा के संयोजक गुलाब अलबेला ने मुख्यमंत्री को पोस्टकार्ड लिखे थे और हस्ताक्षर अभियान चलाया था. फतेहपुर से तीन बार विधायक रहे भंवरू खां ने कई बार मांग उठाई थी. इसके बाद विधायक बने नंदकिशोर महरिया ने भी कई बार सरकारी कॉलेज की मांग उठाई थी. अब विधायक बने हाकम अली खां ने कॉलेज की संघर्ष किया और सरकारी कॉलेज की मांग आखिरकार पूरी हो गई है.