सीकर. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर कई तरह के सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में कुछ भी नया नहीं है. वादे करके भूलना उनकी फितरत में है. कांग्रेस में जो भी प्रधानमंत्री बने हैं वह सभी कुर्सी पर बैठने के बाद प्रधानमंत्री बने हैं इससे पहले उन्हें कोई नेता नहीं मानता था.
कांग्रेस के घोषणा पत्र में कुछ भी नया नहीं...वादे करके भूलना उनकी फितरत: भाजपा प्रवक्ता त्रिवेदी - सुधांशु त्रिवेदी
कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है, जिसमें पार्टी ने कईं तरह के वादे किए हैं. इस पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशू त्रिवेदी ने कई तरह के सवाल खड़े करते हुए प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के लिए मंगलवार को सीकर आए सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में अलगाव वादियों से बातचीत तक की बात कही है और वह भी उस समय में जब कश्मीर में उनके सहयोगी दल यह कह रहे हैं कि देश में दो प्रधानमंत्री होने चाहिए. ऐसे समय में यह सेना का मनोबल तोड़ने वाला है. सुधांशु त्रिवेदी ने सीकर के लक्ष्मणगढ़ और श्रीमाधोपुर में भाजपा प्रत्याशी सुमेधानंद सरस्वती के साथ कार्यकर्ताओं से संवाद किया. इस दौरान जिला अध्यक्ष विष्णु चेतानी भी उनके साथ मौजूद रहे.
कुर्सी पर बैठने के बाद बने नेता
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आज तक कांग्रेस में जो भी प्रधानमंत्री बने हैं वह सभी कुर्सी पर बैठने के बाद नेता बने हैं. केवल दो ही लोग ऐसे थे जिनको जनता चाहती थी कि वे प्रधानमंत्री बनें...उनमें अटल जी और नरेंद्र मोदी हैं. उन्होंने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर के अन्य सभी प्रधानमंत्री जो कांग्रेस से बने वे ऐसे ही बने हैं. नेहरू जी महात्मा गांधी के अनुकंपा से प्रधानमंत्री बने थे, इंदिरा गांधी बेबी गुड़िया के रूप में प्रधानमंत्री बनी थी, राजीव गांधी इंदिरा गांधी की हत्या के बाद प्रधानमंत्री बने तो ये तो अनुकंपा नियुक्ति थी.