राजसमंद.केंद्र सरकार द्वारा अप्रैल माह से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना शुरू की गई. इस राहत योजना के तहत दी जा रही दाल से आम लोगों को कितनी राहत मिली है, राजसमंद में इस दाल योजना का कितना आवंटन हुआ है और योजना प्रभावी तरीके से लागू हो पाई या नहीं. यह जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम सबसे पहले जिला रसद अधिकारी संदीप माथुर के पास पहुंची. जहां उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े हुए पात्र लोगों को 1 किलो दाल हर महीने दी जा रही है. उन्होंने बताया कि राजसमंद में कुल 667 मीट्रिक टन दाल का आवंटन हुआ है, जिसके तहत जिले भर के 2 लाख 24 हजार 851 राशन कार्ड धारकों को लाभ मिलेगा.
चयनित परिवारों को मिल रहा फायदा बता दें कि यह दाल योजना 3 महीने तक चलेगी, अप्रैल महीने के लिए 222 मीट्रिक टन दाल का आवंटन हुआ था, जिसमें से 197 मीट्रिक टन दाल का वितरण कर दिया गया है. यानि कि 89 प्रतिशत दाल का वितरण किया जा चुका है. जबकि शेष बची हुई दाल का वितरण अभी भी जारी है. वहीं उन्होंने बताया कि मई और जून की दाल का वितरण 1 जून से प्रारंभ होगा, जिसके तहत 2 महीने की दाल एक साथ ही दे दी जाएगी. इसके तहत 445 मीट्रिक दाल 1 जून से दी जाएगी.
2 लाख 24 हजार 851 राशन कार्ड धारक यह भी पढ़ेंःइलेक्ट्रॉनिक रिपेयरिंग कारोबार पर लॉकडाउन का ग्रहण, आमदनी में आई भारी गिरावट
वहीं रसद अधिकारी द्वारा बताए गए आंकड़ों की पड़ताल करने हमारी टीम राजसमंद शहर में निकली. जहां कांकरोली स्थित उचित मूल्य की अन्नपूर्णा भंडार पर पहुंची. जहां हमें राशन विक्रेता ने बताया कि लगभग दाल का वितरण किया जा चुका है. कुछ लोग अभी भी बचे हुए हैं, जिन्हें भी लगातार वितरण जारी है. राशन विक्रेता सुरेश ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाले गेहूं और दाल का वितरण लगातार जारी है. 80 से 85 फीसदी दाल का वितरण किया जा चुका है और जो लोग अभी भी बच गए उन्हें भी दाल वितरण की जा रही है.
3 महीने तक 1 किलो चने की दाल प्रतिमाह देने की घोषणा वहीं उन्होंने बताया कि इन लोगों को आधार कार्ड के नंबर मशीन पर डालने के बाद ओटीपी आने के बाद राशन दिया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग पालन भी इनसे करवाई जा रही है, जिसे इस महामारी से भी बचाव किया जा सके. वहीं राशन लेने आई मीना देवी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही दाल से राहत जरूर मिली है. लेकिन केंद्र सरकार को इसके मात्रा को बढ़ाना चाहिए, जिससे थोड़ी और राहत मिल सके. क्योंकि 1 किलो दाल पर्याप्त नहीं है, महीने भर के लिए.