राजसमंद. जिले के देवगढ़ उपखंड क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े टिड्डियों के दल ने दस्तक दी है. देवगढ़ सहायक कृषि अधिकारी राजेश महेश्वरी ने बताया कि देवगढ़ क्षेत्र में अब तक का यह सबसे बड़ा हमला है. इस हमले ने क्षेत्रवासियों सहित किसानों और कृषि विभाग की रात भर लेफ्ट-राइट करवाई है.
टिड्डियों के दल ने कृषि विभाग की कराई लेफ्ट-राइट जानकारी के अनुसार टीडी दल अचानक भीम उपखंड क्षेत्र के अजीतगढ़ से होता हुआ सोहन गढ़ ग्राम पंचायत से देवगढ क्षेत्र में प्रवेश किया. सोहनगढ़ से टिड्डी दल ताल काकरोद इशरमण्ड मियाला ग्राम पंचायत के शकरगढ़ से होता हुआ लसानी पहुंचा. लसानी पहुंचते-पहुंचते शाम होने से टीडी दल धीरे-धीरे नीचे उतरने लगा.
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वहीं, प्रशासन द्वारा सतर्कता बरतते हुए टिड्डी दल आने की सूचना ग्रामीणों और किसानों को देकर तेज वाद यंत्रों के साथ अपने खेतों पर पहुंचने की सूचना दी गई. जिसके चलते क्षेत्र के किसान ढोल, थाली, डीजे, यंत्रों के साथ टिड्डी दल आने से पहले ही अपने खेतों पर पहुंच गए. जैसे ही टिड्डी दल क्षेत्र में पहुंचा, वैसे ही ग्रामीणों द्वारा जोरदार तरीके से ध्वनि उत्पन्न कर टिड्डी दल को आगे भगाया गया.
10 किलोमीटर लंबे दल के आने की सूचना पर देवगढ़ तहसीलदार उगम सिंह सिंह राजपुरोहित, पटवारी सियाराम पांडिया, जगदीश पालीवाल, वासुदेव पांडिया सहायक निदेशक कृषि देवगढ शंकर लाल, राजसमन्द जिला कृषि अधिकारी भूपेंद्र सिंह, नरेंद्र सिंह, खुमान सिंह सहित कई प्रशासनिक दल टिड्डी के रुख के अनुसार उनके पीछे-पीछे चलने लगे. ऐसे में देर शाम हो जाने से टिड्डियों ने कुंदवा ग्राम पंचायत के आम्बा खेड़ा गांव में अपना डेरा डाल दिया.
खेतों का बचाव करते दिखे किसान कृषि विभाग द्वारा इनको नियंत्रण करने के लिए चार ट्रैक्टरों से कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव शुक्रवार देर रात को ही शरू कर दिया गया. शनिवार सुबह होते ही टिड्डियों का दल हवा के रुख के साथ भीलवाड़ा जिले के बोराणा रायपुर क्षेत्र में प्रवेश कर गया.
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टिड्डियों ने क्षेत्र में कुछ स्थानों पर अल्प मात्रा में नुकसान किया है. गत वर्ष अच्छी बारिश होने के कारण इस समय खेतों में कपास, फूल गोभी, ग्वार, भिंडी मिर्ची सहित अन्य हरी फसलें बो रखी हैं. वहीं, लगातार इस महीने में टिड्डियों के दल ने हमला कर किसानों की परेशानियों को बढ़ा रखा है.