राजसमंद. रेलमगरा पंचायत समिति की ग्राम पंचायत कोटड़ी में एक विधवा महिला को शौचालय बनाने से रोकने का मामला सामने आया है. विधवा महिला अपने भाई के घर पर शौचालय का निर्माण करवा रही थी लेकिन विकास अधिकारी ने अतिक्रमण के आरोपों के बाद शौचालय के निर्माण कार्य को रुकवा दिया. महिला का आरोप है कि उसे किसी प्रकार का नोटिस नहीं दिया गया. एक नोटिस का जिक्र महिला ने जरूर किया लेकिन उसपर भी सरपंच या वार्ड पंच के हस्ताक्षर नहीं थे.
पढ़ें:जालोर में भीषण सड़क हादसा: कार की चपेट में आने से 5 स्कूली बच्चों की मौत, एक घायल
विकास अधिकारी भंवर लाल विश्नोई मौके पर पहुंचे और शौचालय के निर्माण कार्य को रुकवा दिया. ग्राम पंचायत कोटडी में गैर के चौक में पुष्कर कालिया के मकान पर निर्माणाधीन शौचालय का निर्माण कार्य चल रहा था.
विधवा महिला को शौचालय बनाने से रोकने का मामला पुष्कर कालिया के यहां पिछले 1 माह से शौचालय निर्माण का काम चल रहा था. जिसकी देखरेख उसकी विधवा बहन ललिता कालिया कर रही थी. विधवा ललिता ने बताया कि घर के अंदर शौचालय नहीं होने के कारण अपनी निजी जमीन पर सेफ्टी टैंक बनाकर शौचालय का निर्माण कार्य शुरू किया. लेकिन प्रशानिक अधिकारियों ने बिना नोटिस के जबरन सेफ्टी टैंक को तोड़ दिया.
ललिता देवी ने कहा कि ग्राम पंचायत ने उन्हे कोई नोटिस नहीं दिया. 22 मार्च को ग्राम पंचायत का जो नोटिस आया उसपर ना तो सरपंच और ना ही वार्ड पंच के हस्ताक्षर थे. विकास अधिकारी ने बिना जांच पड़ताल के काम को रुकवा दिया. विकास अधिकारी रेलमगरा भंवर लाल विश्नोई का कहना है कि ग्रामवासियों से शिकायत मिली थी कि अवैध रूप में शौचालय का निर्माण किया जा रहा है. जिससे रुकवाने के लिये पूर्व में ग्राम पंचायत सचिव से जांच करवाई. परिवादी द्वारा कार्य को नहीं रोकने पर मौका मुआयना कर निर्माणाधीन कार्य को रोका गया है.