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द्वारिकाधीश मंदिर में भक्त और भगवान के मिलन में कोरोना नहीं डाल सकेगा बाधा, मंदिर प्रशासन तैयारी में जुटा

राजसमंद के द्वारिकाधीश मंदिर का पट 15 अक्टूबर के बाद से खुलने की संभावना है. ऐसे में मंदिर प्रशासन भक्तों और भगवान के मिलन में कोरोना के कारण बाधा उत्पन्न न हो, इसकी पूरी तैयारी में जुटा है.

Dwarkadhish Temple of rajasmand, राजस्थान हिंदी न्यूज
कोरोना गाइडलाइन की पालना के लिए मंदिर में हो रही व्यवस्था

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Published : Oct 11, 2020, 9:55 AM IST

राजसमंद. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण पिछले 6 महीने से कांकरोली स्थित प्रभु द्वारिकाधीश मंदिर के कपाट दर्शनार्थियों के लिए बंद हैं. हालांकि, 15 अक्टूबर के बाद मंदिर के कपाट दर्शनार्थी के लिए खोले जाने की संभावना है. ऐसे में ईटीवी भारत ने मंदिर में कोरोना गाइडलाइन के तहत की जा रही व्यव्सथाओं का जायजा लिया.

कोरोना गाइडलाइन की पालना के लिए मंदिर में हो रही व्यवस्था

मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी विनीत सनाढ्य और समाधानी राजकुमार गोरवा ने बताया कि जिला प्रशासन ने फिलहाल मंदिर खोलने के आदेश नहीं दिए हैं लेकिन मंदिर प्रशासन की ओर से कोरोना को देखते हुए आगामी दिनों में जब भी मंदिर खुलेंगे, इसकी समुचित व्यवस्था की गई है. दर्शनार्थियों को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की पालना करते हुए दर्शन कराए जाएंगे.

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विनीत ने बताया कि मंदिर के मुख्य द्वार पर बाहर से प्रवेश करने वाले दर्शनार्थियों का थर्मल स्कैनिंग के लिए और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की जा रही है. मंदिर के मुख्य गोवर्धन चौक में सोशल डिस्टेंसिंग को बरकरार रखने के लिए गोले बनाए गए हैं. उन्होंने बताया कि प्रभु द्वारिकाधीश के मुख्य द्वार में एक साथ 25 लोगों को प्रवेश दिया जाएगा. वहीं स्थानीय स्तर पर हर रोज दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों की सूची भी मंदिर प्रशासन ने तैयार कर ली है. एक बार में 25 दर्शनार्थियों को दर्शन करवाए जाएंगे. इसके उपरांत अन्य व्यक्तियों को अंदर भेजा जाएगा.

मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि दर्शनों की समय सीमा को बढ़ाया जा सकता है. वहीं बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों को अपनी सूचना मंदिर प्रशासन को पहले देनी होगी. जिससे कोरोना को देखते हुए बचाव किया जा सके. इसी के साथ जैसे ही दर्शन पूरे होंगे, मंदिर प्रांगण को सैनिटाइज करने का कार्य भी किया जाएगा.

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