पाली.चोरी के आरोपित के साथ पुलिस कस्टडी में मारपीट का मामला तूल पकड़ चुका है. वहीं, इलाज के दौरान मौत के बाद मृतक के परिजनों ने गुरुवार को जमकर प्रदर्शन किया. करीब 5 घंटे तक चले इस माहौल के बाद पाली पुलिस अधीक्षक ने आदेश जारी करते हुए इस मामले के जांच अधिकारी को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया.
आरोपित के साथ मारपीट पर हंगामा गौरतलब है कि 30 जून को ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस ने सूर्य नगर निवासी महेंद्र सिंह पुत्र लाल सिंह सहित चार जनों को चोरी के एक मामले में हिरासत में लिया था. 1 जुलाई को पुलिस ने महेंद्र सिंह के परिजनों को उसकी तबीयत खराब होने की सूचना दी थी और पुलिस ने उसे बांगड़ अस्पताल में भर्ती कराया था. वहीं, पुलिस ने 1 जुलाई को ही सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया और न्यायालय की शरण में भेज दिया. इस दौरान महेंद्र सिंह की स्थिति खराब होने से न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अस्पताल में आकर उसे अस्पताल में रहने की सलाह दी.
1 जुलाई की शाम को उसकी तबीयत ज्यादा खराब होने से उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया. न्यायिक अभीरक्षा में महेंद्र सिंह को जोधपुर भेजा गया, जहां उपचार के दौरान उसकी 3 जुलाई को उसकी मौत हो गई. मौत के बाद में महेंद्र सिंह के परिजनों ने ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस के थाना प्रभारी इस मामले के जांच अधिकारी पर महेंद्र सिंह के साथ क्रूरता से मारपीट करने का आरोप लगाया और शव उठाने से इनकार कर दिया. इस मामले में गुरुवार को मृतक के परिजन रावत राजपूत समाज के लोग जिला मुख्यालय पर एसपी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया एवं शव का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया.
इस हंगामे को देखते हुए पाली पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार शर्मा ने इस मामले में जांच अधिकारी ओमप्रकाश जाट को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया. वहीं परिजनों की रिपोर्ट को जोधपुर न्यायिक मजिस्ट्रेट के पास भेज दिया. जांच अधिकारी को निलंबित करने के बाद में मृतक के परिजन व रावत राजपूत समाज के लोगों ने शव उठाने पर हामी भरी और जोधपुर के लिए रवाना हुए.