कोटा. नगर निगम कोटा दक्षिण और उत्तर के लिए मंगलवार को मतदान शुरू हो चुका है, जो 10 से 2 बजे तक मतदान होगा. हालांकि, अभी तक एक भी पार्षद वोटिंग के लिए नहीं पहुंचा है. कुछ ही देर में पार्षद का आना शुरू हो जाएंगे क्योंकि कोटा उत्तर के पार्षद तो किसी भी तरह की कोई बाड़ेबंदी में नहीं है. वह कोटा में ही मौजूद है.
कोटा में मेयर के लिए वोटिंग शुरू कोटा दक्षिण के पार्षद बाड़ेबंदी में गए थे. वे मतदान करने के लिए रवाना हो गए हैं और कोटा में आकर मतदान करेंगे. वहीं मतदान को देखते हुए नगर निगम के बाहर काफी सुरक्षा व्यवस्था रखी गई है. पुलिस के साढे 300 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है. जिनमें 2 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 5 पुलिस उपाधीक्षक व 12 पुलिस निरीक्षकों को तैनाती दी गई है. यह पूरी सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले हुए हैं.
दक्षिण नगर निगम में काफी रोचक मुकाबला है. भाजपा के जो दक्षिण के पार्षद थे, उनको बाड़ेबंदी में निर्दलीयों के साथ मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में शिफ्ट किया था. जहां से वे सोमवार की देर रात कोटा के लिए रवाना हुए. जो कोटा जिले की सीमा से बाहर से पहुंच गए हैं. कुछ ही देर में कोटा नगर निगम में सीधे आकर में मतदान करेंगे.
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कांग्रेस दक्षिण के पार्षदों को जयपुर बाड़ेबंदी में रखा गया था. जहां पर खुद यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने उन्हें ट्रेनिंग दी और अबे कोटा के लिए रवाना सुबह हो गए थे. जो कुछ ही देर में पहुंचेंगे. यहां पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है, क्योंकि दोनों के 36-36 पार्षद से जीत के आए थे. साथ ही 8 निर्दलीय भी जीते थे, हालांकि, भारतीय जनता पार्टी के पास 4 निर्दलीय हैं. कांग्रेस के पास तीन मौजूद थे और एक जो निर्दलीय है. भाजपा के बागी ओम गुंजल का कहना है कि वे वोट देने पहुंचेंगे उनकी मर्जी होगी. जिसको वोट देंगे. यहां पर कांग्रेस पार्टी के राजीव अग्रवाल का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के विवेक राजवंशी से है.
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वहीं उत्तर के जो समीकरण है, वह कांग्रेस के पक्ष में है. कांग्रेस के 47 पार्षद जीत के आए थे. वहीं भारतीय जनता पार्टी के महज 14 पार्षद के चुनकर आए थे. वहीं नौ निर्दलीय भी पार्षद बने थे. इनमें से चार ने कांग्रेस को समर्थन भी कर दिया है. साफ है कि कांग्रेस की मंजू मेहरा और भारतीय जनता पार्टी की संतोष बैरवा में मुकाबला है. जिनमें से मंजू मेहरा का पलड़ा भारी है, उनका महापौर बनना लगभग तय है.