कोटा.हनुमान जयंती पर शराब मांस की दुकानों को बंद करने की मांग को लेकर मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में युवाओं और राष्ट्रीय नव निर्माण संगठन के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. साथ ही इसके लिए जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है.
हनुमान जयंती पर शराब मांस की दुकानों को बंद करने की मांग को लेकर मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में युवाओं और राष्ट्रीय नव निर्माण संगठन के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. वहीं कार्यकर्ताओं ने चेतावनी भी दी है कि अगर प्रशासन शराब और मांस की दुकानों को 19 अप्रैल यानी हनुमान जयंती पर बंद नहीं कर पाता है. तो वह खुद टोलियां बनाकर इन दुकानों को बंद कराने के लिए हनुमान जयंती के दिन सड़कों पर उतरेंगे.
जानकारी के अनुसार दोपहर 12 बजे सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पर पहुंचे. कलेक्ट्रेट के बाहर जमकर नारेबाजी की. यह लोग हाथों में पोस्टर लिए हुए थे, जिन पर शराब और मांस की दुकानें बंद करने की मांग की गई है. इस आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं.
राष्ट्रीय नवनिर्माण संगठन के संयोजक हिम्मत सिंह हाडा का कहना है कि हनुमान जयंती पर शराब और मांस की दुकानें खुलती है. वह हमें ठेस पहुंचाने का काम करती है. लोगों को गलत जानकारी है कि हनुमान जयंती पर शराब की दुकानें बंद होती है, जबकि हनुमान जयंती के 2 दिन पहले महावीर जयंती पर शराब और मांस की दुकानें बंद होती है.
हम इसके लिए कल से लोगों से अपील भी शुरू करेंगे. हमारे इस मांग का समर्थन मुस्लिम समाज के लोग और छात्राएं भी करती हैं. इसलिए वे भी हमारे साथ आए हैं. हमारी बात नहीं मानी जाती है तो हम खुद अगवाई कर शराब और मांस की दुकानों को हनुमान जयंती पर बंद कराएंगे.