कोटा.गैंगस्टर रणवीर चौधरी हत्याकांड मामले में पुलिस ने साढ़े 3 साल से फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस पर 25 हजार रुपए का इनाम पुलिस ने रखा हुआ था. आरोपी अरुणाचल प्रदेश में फरारी काट रहा था. कोटा शहर एसपी शरद चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी खेडली फाटक निवासी मनीष सारड़ीवाल है. जिसको जयपुर ग्रामीण पुलिस की मदद से पकड़ा गया है. आरोपी लंबे समय से फरार था. ऐसे में अन्य फरार आरोपियों के बारे में भी इससे पूछताछ की जाएगी. इसे न्यायालय में पेश कर रिमांड लिया जाएगा.
कौन दे रहा था खर्चे के पैसे, फरारी कहां काटीः आरोपी करीब साढ़े 3 साल से भी ज्यादा समय से फरार था. ऐसे में उसने फरारी कहां-कहां काटी इसकी पूरी जानकारी भी पुलिस लगा रही है. प्रारंभिक तौर पर उसने अरुणाचल प्रदेश में फरारी काटना बताया है. हालांकि उसके बाद भी वह कहां रहा. इस बारे में जानने का प्रयास पुलिस कर रही है. उसने अरुणाचल प्रदेश में मजदूरी या नौकरी करके काम चलाया या फिर गुजर-बसर के लिए किसी ने उसकी आर्थिक मदद की. इसका भी पता पुलिस लगाने की कोशिश कर ही है. आखिर इन दिनों तक उसने अपना घर खर्च कैसे चलाया यह भी बड़ा सवाल पुलिस के सामने खड़ा है.
ये भी पढ़ेंःडेयरी बूथ मालिक की हत्या का खुलासा...लेनदेन के विवाद में भाई ने उतारा था मौत के घाट, आरोपी गिरफ्तार
बारां जिले के सीसवाली पहुंचा था आरोपीः रणवीर हत्याकांड में शामिल मनीष सारड़ीवाल अपने ससुराल बारां जिले के सीसवाली में मौजूद था. डीजीपी उमेश मिश्रा ने राज्य स्तरीय आरोपियों की सूची सभी एसपी को भेजी हुई थी. ऐसे में सभी अपनी-अपनी साइबर सेल और अन्य टीमों के जरिए इन राज्यस्तरीय अपराधियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रहे थे. जिनके लिए अभियान भी चलाया जा रहा है. इसके तहत जयपुर ग्रामीण एसपी की जिला विशेष टीम ने भी आरोपी मनीष सारड़ीवाल पर नजर बनाए रखी थी. जयपुर ग्रामीण एसपी ऑफिस से आए सब इंस्पेक्टर रामपाल शर्मा की टीम ने सीसवाली से शुक्रवार तड़के आरोपी को दबोच लिया. इसके बाद उसे दस्तयाब कर कोटा शहर के आरकेपुरम थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया है.
ये भी पढ़ेंःनूंह में डीएसपी की हत्या के मामले में हरियाणा पुलिस ने राजस्थान से डंपर चालक को किया गिरफ्तार
भानु गैंग के मुखिया रणवीर की करी थी हत्याः हाडोती में गैंगस्टर भानु प्रताप की गैंग और शिवराज की गैंग के बीच में लगातार गैंगवार हो रहा था. इस मामले में भानु प्रताप की हत्या हो चुकी थी. साथ ही अब उसके गैंग का मुखिया रणवीर बन गया था. जिसकी हत्या शिवराज सिंह के गुर्गों ने 22 दिसंबर, 2019 को श्रीनाथपुरम स्टेडियम के बाहर गोलियों से भूनकर कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. जिनमें गैंगस्टर शिवराज सिंह को भी भरतपुर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया था. इसके अलावा पीर मोहम्मद मोहम्मद, अनीस उर्फ टिंकू खान, लोकेश सोनी और कालू गौरव शर्मा उर्फ गोलू, शराफत अली, विक्रम पांडोली, मोहम्मद मंसूर, रशीद अहमद को गिरफ्तार किया था. हालांकि इस मामले में अभी भी तीन आरोपी अजय सिंह उर्फ अज्जू, हारून मोहम्मद व महेश हरिजन फरार चल रहें हैं.