कोटा.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रशासन गांवों के संग अभियान की जमीनी हकीकत की पड़ताल के लिए बुधवार कोटा, बूंदी और टोंक जिलों में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत लगाए गए शिविरों का अवलोकन किया.टोंक जिले के उनियारा उपखंड के बोसरिया गांव में गहलोत ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती से राज्य सरकार पर राजस्व भार बढ़ेगा. लेकिन उसका इंतजाम सरकार कर लेगी. मुझे वित्तीय प्रबंधन करना आता है. मुझे ऐसे ही जादूगर नही कहा जाता है. हां मैं जादूगर हूं. मुख्यमंत्री ने विकास के मुद्दे पर कहा कि विधायक जितना मांगते हैं. उससे ज्यादा देता रहा हूं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शिविर में पंहुचने पर देवली-उनियारा विधायक हरीश मीणा और निवाई विधायक प्रशांत बैरवा ने स्वागत किया. मुख्यमंत्री गहलोत ने देवली-उनियारा की तीन स्कूलों को क्रमोन्नत करने की घोषणा की. अन्य मांगों को बजट में पूरा करने का भरोसा दिया. कोटा और बूंदी के दौरे के दौरान मुख्यमत्री अशोक गहलोत ने बेतहाशा बढ़ रही महंगाई के लिए मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से महंगाई बढ़ रही है. पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र के जोरावरपुरा ग्राम पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया. सीएम गहलोत के साथ ही पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों से ही महंगाई बढ़ रही है. हमने पेट्रोल 4 और डीजल पर 5 रुपए कम किए हैं. वैट कम करने से राज्य सरकार को 550 करोड़ से भी ज्यादा का राजस्व नुकसान होगा.
पढ़ें- मोदी सरकार ने जनता को दिया महंगाई का 'दिवाली गिफ्ट': CM अशोक गहलोत
सीएम गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार ने बीते दिनों जब पेट्रोल और डीजल में 5 और 10 रुपए कम किए थे. तब भी हमें 1800 करोड़ राजस्व का नुकसान हुआ, लेकिन हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार 10 और 15 रुपए पेट्रोल-डीजल पर कम करें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र की योजनाओं में भी अब राज्यों का अंश जोड़ा जा रहा है. पहले जहां पर 20 और 80 फ़ीसदी यह हुआ करता था बाद में इसको 40 और 60 फ़ीसदी कर दिया गया था, लेकिन अब केंद्र कि मोदी सरकार ने इसे 50-50 फ़ीसदी कर दिया है. जिससे कि राज्य सरकार को हर केंद्र की योजना में पैसा देना पड़ रहा है.
500 लड़कियों का प्रवेश होने पर स्कूल को ही कॉलेज बना दिया जाएगा