करौली.कोरोना संकट काल के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और यूपी की योगी सरकार के बीच चल रही बसों की राजनीति में एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है. इस मुद्दे को लेकर भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे को घरने में लगी हुई है. इसी क्रम में बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए करौली विधायक लाखन सिंह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि योगी सरकार, कोरोना संकट में मजदूरों की आड़ लेकर राजनीति कर रही है, जो निंदनीय है. ऐसे में राजनीति करना मजदूरों के साथ सरासर अन्याय है.
विधायक ने कहा कि लॉकडाउन के चलते जो मजदूर राज्यों में फंसे हुए हैं, उनको खाने के लाले पड़ रहे हैं, वे भूख से मर रहे हैं. ऐसे हालातों में उन्हें पैदल चलते-चलते रास्तों में दुर्घटना का शिकार होना पड़ रहा हैं. विधायक ने ईटीवी भारत के माध्यम से यूपी सरकार से मांग करते हुए कहा कि मजदूरों के साथ न्याय करते हुए उनको अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचाए. साथ ही विधायक ने कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ हुए दर्ज मामले को निंदनीय करार देते हुए कहा कि यह सरासर गलत है.
खोदा पहाड़, निकली चुहिया
वहीं, कोरोना संकट में पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से कोरोना संकट काल में देश को दिए गए 20 लाख करोड़ के बजट को विधायक ने धरातल से परे बताया. उन्होंने कहा कि यह बजट 'खोदा पहाड़, निकली चुहिया' वाली कहावत पर आधारित है. इस बजट में किसानों और मजदूरों के लिए कोई फायदे वाली चीजें नहीं हैं और इसमें उद्योगों वाले लोगों का फायदा हैं. विधायक ने कहा कि इतना बड़ा बजट देने के बाद भी किसान को कोई सहायता नहीं है. किसान का जो समर्थन मूल्य पहले था, वहीं मूल्य आज भी है. अगर किसान का समर्थन मूल्य बढ़ाया जाता, बिजली बिल माफ होता और सीधे किसानों को सहायता देते तो मानता कि किसान को सहायता मिली है.