करौली. बजरी से भरे ट्रैक्टर चालक की मौत को 3 दिन हो जाने के बाद भी मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री और क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा ने ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन ग्रामीण और पूर्व कैबिनेट मंत्री के बीच में किसी प्रकार की सहमति नहीं बन पाई.
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वहीं, गुरुवार शाम को राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा दिल्ली से घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद घटनास्थल पर ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के पुत्र विजय बैंसला से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. ग्रामीणों को संबोधित करते हुए किरोड़ी लाल मीणा ने ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की बात कही.
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साथ ही ग्रामीणों की ओर से रखी गई प्रमुख मांगों को मानने के लिए प्रशासन को 45 मिनट का समय दिया गया, लेकिन 45 मिनट का समय गुजर जाने के बाद भी प्रशासन की ओर से सकारात्मक वार्ता नहीं करने और मांगों को नहीं मानने पर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा सबको लेकर करौली कलेक्ट्रेट पहुंच गए, जहां पर धरना प्रदर्शन जारी है.
ट्रैक्टर चालक की मौत का मामला यह है ग्रामीण और परिजनों की मांग
ग्रामीण और परिजनों की मांग है कि मृतका के परिजनों को सरकार की ओर से 50 लाख रुपए की सहायता दी जाए. मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी बच्चों के पढ़ाई के लिए सरकार की तरफ से व्यवस्था की जाए. साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज करवाया जाए. इसी मांग को लेकर परिजनों ग्रामीण मृतक की लाश को लेकर सड़क पर बैठे हुए हैं.
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मामले पर गरमाई सियासत
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने जहां इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए, तो वहीं मृतक के परिजनों को 50 लाख के मुआवजा देने सहित पांच सूत्री मांग भी रखी. भाजपा राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने भी ट्वीट कर जल्द ही पीड़ित परिवार के पास पहुंचकर न्याय के लिए संघर्ष की बात कही है. वहीं, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने राज्य सरकार से विजय सिंह की मौत की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों को सजा दिलवाने और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलवाने की मांग की है.
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ये है पूरा मामला...
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रैक्टर चालक विजय सिंह गुर्जर बजरी भरकर आ रहा था, तभी मंडरायल पुलिस ने खान की चौकी से पीछा करके पत्थर मारे और ट्रैक्टर रोकने का प्रयास किया. जैसे ही ट्रैक्टर की गति धीरे हुई तो पुलिसकर्मी पीछे से ट्रैक्टर पर चढ़ गए और लाठियों से मारपीट करते हुए विजय सिंह गुर्जर को घायल कर दिया. इसके बाद विजय सिंह गुर्जर की ट्रैक्टर से घायल अवस्था में गिरने से मौके पर ही मौत हो गई.