जोधपुर. आपसी रंजिश में खेडी सालवां में गुरुवार शाम को हुई अनिल लेगा की हत्या के बाद पुलिस की टीमों ने पूरी रात मेहनत कर हत्या के मुख्य आरोपियों को पकड़ लिया है. आरोपियों में एक नाबालिग भी है. हत्या के बाद जिस गाड़ी से आरोपी भागे, उसे भी जब्त कर लिया गया है. दस्तयाब आरोपी विष्णु पुत्र जगदीश है. वारदात में प्रयुक्त हथियार अभी बरामद किया जाना है.
डीसीपी डॉ अमृता दुहन ने बताया कि गुरुवार शाम को जब अनिल लेगा अपने साथियों के साथ एक शादी से निकला, तो उस पर हमला हुआ था. कुल चार फायर मौके पर हुए. हथियार की बरामदगी के प्रयास चले रहे हैं. मौके पर चार खाली कारतूस मिले थे. प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि 2018 में विष्णु के दादा थानाराम की हत्या अनिल और उसके साथियों ने की थी. एक साल बाद वह जमानत पर छूट गया था. तबसे रंजिश चल रही थी. गुरुवार को थानाराम के बेटे और पोते भी सभा में थे. बाहर निकले, तो उन्होंने गांव के तिराहे पर अनिल पर हमला किया था, जिसमें उसकी मौत हो गई थी.
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अनिल के भाई ने थानाराम के बेटे जगदीश और भजनलाल, पोते विष्णु और जगदीश अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दी है. जिसमें बताया कि गुरुवार शाम को अनिल विश्नोई खेड़ी सालवा गांव में सभा में शामिल होने के लिए आया था. वहां पर विष्णु और सुभाष ने अपनी गाड़ी अनिल की गाड़ी के आगे लगा कर फायरिंग शुरू कर दी थी. विष्णु ने अनिल के नजदीक जाकर कनपटी पर गोली मारी, जिससे वह ढेर हो गया. इस दौरान जगदीश भजनलाल चेनाराम व अन्य फोन पर किसी को चिल्ला कर कह रहे थे कि हमने बदला ले लिया है.