ओसियां (जोधपुर). एक ओर जहां प्रदेश में कोराना महामारी से पूरा जनजीवन अस्त व्यस्त है, वहीं दूसरी तरफ फसल ना बिकने और अच्छे भाव ना मिलने से किसानों के सामने संकट के बादल मंडराने लगे है.
इसी क्रम में जोधपुर के ओसियां के निकटवर्ती हरलाया जीएसएस पर विभिन्न मांगों को लेकर किसानों ने विरोध प्रर्दशन किया. इस दौरान किसानों ने बिजली बिलों को भी जला दिया. प्रगतिशील किसान और भाजपा नेता चैनसुख गोदारा ने बताया कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने किसानों को राहत प्रदान करते हुए प्रति विद्युत बिल में 833 रुपए की सब्सिडी दी थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने वो राहत भी किसानों से छीन ली.
वहीं दूसरी तरफ विद्युत दरों में वृद्धि कर किसानों से सर चार्ज के नाम पर बेवजह रुपयों की वसूली की जा रही है और सरकार की ओर से किसानों को समय पर निर्बाध विद्युत सप्लाई भी नहीं दी जा रही है. जबकि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले कर्ज माफ करने और विद्युत सब्सिडी चालू रखने का वादा किया था. ऐसे में किसानों के साथ छलावा हुआ है, जिससे किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है.
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गौरतलब है कि हरलाया GSS मुख्यालय पर विद्युत बिल जमा करने के लिए किसान काफी संख्या में पहुंचे थे, लेकिन कुछ लोगों ने ही बिल जमा करवाए. बाकि अधिकतर किसानों ने बिजली बिलों का बहिष्कार कर विद्युत बिलों की होली जलाई और विरोध प्रदर्शन कर सरकार से सब्सिडी फिर से चालू करने, सरचार्ज समाप्त करने और कोरोना काल के दौरान 6 माह के विद्युत बिल माफ कर राहत प्रदान करने की मांग की.