सिंघाना (झुंझुनू).जिले के सिंघाना के सांवलोद अस्पताल में ग्रामीणों ने शनिवार को तालाबंदी कर दी. ग्रामीण डॉ. दिनेश यादव की डेपुटेशन पर दूसरी जगह ड्यूटी लगाने का विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने अस्पताल के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया और उसके आगे बैठ गए.
ग्रामीणों ने सांवलोद अस्पताल में की तालाबंदी ग्रामीणों का कहना है कि अस्पताल में कार्यरत डॉ. दिनेश यादव का डेपुटेशन पर कभी सिंघाना तो कभी बुहाना में भेज दिया जाता है. सांवलोद में 10 गांवों से आने वाले मरीज निजी अस्पतालों में इलाज करवाने को मजबूर हो रहे हैं. सांवलोद के ग्रामीणों ने डॉक्टर को स्थाई लगाने की मांग को लेकर शनिवार को सांवलोद, खानपूर, मेहराणा, पूहानिया, पालौता, ठोठवाल, सागा के ग्रामीण अस्पताल के गेट पर तालाबंदी करके बाहर धरने पर बैठ गए.
पढ़ें-अजमेर: UPRS के बैनर तले रेलवे के निजीकरण और निगमीकरण का विरोध
ग्रामीणों की मांग है कि अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर रात को भी मरीजों को देखते हैं जो पिछले दो-तीन साल से उनके कार्यकाल में मरीजों को कोई परेशानी नहीं हुई. लेकिन अब मरीज परेशान हो रहे हैं. पिछले 4 महीने से अस्पताल को एकमात्र नर्सिंग स्टाफ के भरोसे छोड़ रखा है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर डॉ. दिनेश यादव का डेपुटेशन रद्द करके स्थाई नहीं लगाया तो अस्पताल में भी स्थाई ताला लगा दिया जाएगा.
12 कर्मचारियों का स्टाफ, लेकिन अधिकतर का डेपुटेशन
सांवलोद के आदर्श राजकीय स्वास्थ्य केंद्र पर एक डॉक्टर सहित 12 सदस्यों का स्टाफ है. लेकिन डेपुटेशन कर अस्पताल मात्र दिखावे का ही बचा है. एक डॉक्टर, एक नर्सिंग स्टाफ, एक लैब टेक्नीशियन को डेपुटेशन कर दूसरी जगह भेज रखा है. अस्पताल में एक आयुष चिकित्सक की भी पोस्ट खाली पड़ी है.