राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

Rajasthan Assembly Election 2023: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह के पुत्र सहित भाजपा का पूर्व प्रत्याशी भी बागी

झुंझुनूं सीट पर भाजपा की ओर से बागी प्रत्याशी को टिकट दिए जाने के बाद बगावत शुरू हो गई है. इस संबंध में बुलाई गई एक सभा में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह के पुत्र राजीव सिंह भी शामिल रहे.

Protest of ticket given by BJP in Jhunjhunu
बागी प्रत्याशी को टिकट दिए जाने के बाद बगावत शुरू

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 12, 2023, 4:13 PM IST

झुंझुनूं.जिला मुख्यालय की विधानसभा सीट पर भाजपा में बगावत खुलकर सामने आ गई है. यहां पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से गत बार के बागी प्रत्याशी बबलू चौधरी उर्फ निषित कुमार को टिकट दिया गया है. इसके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी की ओर से गत विधानसभा चुनाव के अधिकृत प्रत्याशी राजेंद्र सिंह भांबू ने अपने निवास पर सभा बुलाकर बगावत का एलान कर दिया. इसमें बड़ी बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी से विधानसभा अध्यक्ष रही सुमित्रा सिंह के पुत्र राजीव सिंह उर्फ गुड्डू चौधरी ने भी बगावत का मंच शेयर किया है.

बागी प्रत्याशी की ओर से बुलाई की सभा में बड़ी संख्या में महिला व पुरुष मौजूद रहे. अब देखने वाली बात यह होगी कि भारतीय जनता पार्टी इस बगावत से किस तरह से निपटती है. इसके साथ ही जनता के आह्वान पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का निर्णय भी बागी प्रत्याशी राजेंद्र भांबू ने कर लिया है. वहीं बगावत के मंच से भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को अपराधी बताया गया. मंच से कहा गया कि यदि झुंझुनू को अपराध के दलदल से बचाना है, तो पार्टी को टिकट बदलनी पड़ेगी.

पढ़ें:Assembly Elections 2023 : पूर्व विधायक अनीता सिंह के बागी तेवर, बोलीं- वसुंधरा राजे कैंप का मानकर भाजपा ने टिकट नहीं दिया

वहीं कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी बृजेंद्र ओला को भी वंशवाद की बेल बताते हुए उनको भी हारने की बात की गई. कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी पूर्व मंत्री बृजेंद्र ओला की वजह से यह सीट भाजपा के लिए पहले ही डी क्लास की सीट रही है. यहां से बृजेंद्र ओला गत तीन चुनाव जीत चुके हैं और इस तरह से अपने आप में यह कांग्रेस के लिए राजस्थान की सबसे सेफ सीटों में मानी जाती है. ऐसे में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी की घोषणा होने के बाद से जिस तरह से बगावत हुई है. उसे यह सीट जीतना भाजपा के लिए बेहद मुश्किल हो गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details