नवलगढ़ (झुंझुनू). सोमवार को पनिया की ढाणी नायब सूबेदार अम्मीलाल अमर रहे.. के जयकारों से गूंजती रही. पनिया की ढाणी के नायब सूबेदार अम्मीलाल सिहाग (45) लद्दाख के न्योमा सेक्टर में तैनात थे, जहां उनकी ह्रदयाघात से शहीद हो गए.
नायब सूबेदार अम्मीलाल जनवरी में छुट्टियां बिताकर वापस गए थे. कुछ दिनों पहले फिर से छुट्टी आने वाले थे, लेकिन लाॅकडाउन की वजह से नहीं आ सके. 8 मई को भी सुबह ड्यूटी जाते समय अम्मीलाल ने अपनी पत्नी से फोन पर बात करके बताया था कि सीने में हल्का दर्द है, हालांकि दवाई ले ली थी.
उसी दिन दोपहर बाद अम्मीलाल ने दम तोड़ दिया. अम्मीलाल के 20 वर्षीय पुत्र दीक्षित और 17 वर्षीय बेटी निधी ने पिता को मुखाग्नि दी. जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कमांडर परवेज अहमद हुसैन ने बताया कि सेना बोर्ड की मीटिंग होने के बाद नायब सूबेदार अम्मीलाल सिहाग से जुड़ी अन्य जानकारियां सामने आएगी.
इस दौरान सेना और पुलिस की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. इस दौरान सांसद नरेंद्र कुमार, विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा, एसडीएम मुरारीलाल शर्मा, तहसीलदार कपिल उपाध्याय, डीएसपी रामचंद्र मूंड, सीआई महावीर सिंह राठौड़, से.नि. मेजर जयराम, मेजर मूलचंद डूडी, विनोद चौधरी आदि ने पुष्प चक्र अर्पित किए.
8 मई की शाम पौने 4 बजे ली अंतिम सांस
पार्थिव देह के साथ आए नायब सूबेदार जयप्रकाश ने बताया कि उस क्षेत्र में ऑक्सीजन का अभाव हर समय रहता है. अम्मीलाल सीने में दर्द से पीड़ित थे. 8 मई को तबीयत ज्यादा खराब हुई तो उनको लेह स्थित सैनिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. मौसम उपयुक्त नहीं रहने के कारण पार्थिव देह आने में करीब 72 घंटे से अधिक समय लग गया. सोमवार दोपहर अम्मीलाल का पार्थिव शरीर जैसे ही घर पहुंचा तो परिजन बिलख पड़े.
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