झुंझुनू. जिला कलेक्टर उमरदीन खान ने उदयपुरवाटी के ग्राम रामपुरा बामलास के शहीद सिपाही मनोज कुमार बराला की शहीद वीरांगना सुमन को राज्य सरकार द्वारा देय सुविधाओं में मुख्यमंत्री सहायता कोष से 45 लाख रुपए का चेक सौंपा है. वहीं शहीद के पिता बनवारी लाल को 3 लाख रुपए की राशि का चेक दिया है. इस मौके पर कलेक्टर खान ने शहीद के पिता को आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन एवं राज्य की सरकार उनके हर दुख दर्द में साथ खड़ी है. साथ ही उन्होंने कहा कि झुंझुनूं के बेटों ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी हैं. यहां के बेटों ने देश सेवा में अहम भूमिका निभाई है.
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कमांडर परवेज अहमद हुसैन ने बताया कि सिपाही मनोज कुमार बराला 3 जाट रेजिमेन्ट मऊ मध्यप्रदेश में फील्ड फायरिंग रेंज में 10 अप्रैल 2019 को शहीद हो गए थे. इस दौरान जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कमांडर परवेज अहमद हुसैन, सहायक प्रशासनिक अधिकारी प्रेम प्रकाश, छात्रावास प्रभारी हनुमान प्रसाद, कनिष्ठ सहायक सुधरा देवी, वरिष्ठ सहायक बलबीरसिंह, वरिष्ठ सहायक सुधीरा देवी उपस्थित रहे.
कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान मार्च 2020 से युद्घ विधवा एंव बालिका छात्रावास सांझी छत का संचालन बंद कर दिया गया था. इस पर निदेशक सैनिक कल्याण विभाग जयपुर ने बंद छात्रावास को एक फरवरी से पुन: संचालन करने की अनुमति प्रदान कर दी गई है. जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कमाण्डर परवेज अहमद हुसैन ने बताया कि इसके लिए इच्छुक पूर्व सैनिकों की पुत्री जो पढाई या कोचिंग कर रही है, वह प्रभारी युद्घ विधवा एंव बालिका छात्रावास झुंझूनू से आवेदन पत्र लेकर प्रवेश ले सकती है.
यह भी पढ़ें-30 जनवरी से शुरू होगा 'आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा' योजना का नया चरण...
डायरेक्टर ऑफ इंडियन आर्मी वेटरनेस एंव केन्द्रीय सैनिक बोर्ड एंव सीडब्ल्यू 5 नई दिल्ली की ओर से सेना सेवा के दौरान एंव सेवानिवृति के बाद दिव्यांग हुए सैनिकों को एंव दिव्यांग आश्रितों को चलने फिरने में दिक्कत होने के कारण गतिशीलता उपकरण दिए जाते हैं, जिसमें खड़ा होने का फ्रेम, चलने वाला उपकरण, वॉकर, मैन्युअल व्हीलचैयर, मोटरचलित व्हीलचैयर सहित अन्य उपकरण चिकित्सा ऑथॉरिटी द्वारा सुझाएं अनुसार मॉडिफाइड स्कूटर, मोटर साइकिल दिए जाते हैं. इसकों लेकर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया कि जो सैनिक एंव आश्रित उपरोक्त श्रेणी का है, वह इन योजना का लाभ लेने के लिए जिला सैनिक कार्यालय से संपर्क कर सकता है.