झालावाड़. जुलाई के शुरुआती हफ्ते में कोरोना मुक्त होने की तरफ बढ़ रहे झालावाड़ जिले में जिला प्रशासन के गैर जिम्मेदाराना रवैये और आम जनता की लापरवाही के कारण रोज कोरोना का विस्फोट हो रहा है. झालावाड़ में कोरोना वायरस लगातार अपने पांव पसारता जा रहा है. जिले के नए क्षेत्रों में कोरोना का संक्रमण बढ़ने से नए मामलों में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जिससे जिले में संक्रमितों का आंकड़ा अब 1384 पर पहुंच चुका है. इसमें जहां प्रशासन आमजनता को लापरवाह बता रहा है. वहीं आम जनता प्रशासन की कमियां निकालती हुई नजर आ रही है.
झालावाड़ में वर्तमान में 1384 मामले हो गए हैं. इनमे बीते 1 हफ्ते में प्रतिदिन 50 नए मामलों की औसत से 352 केस सामने आए हैं. वहीं 3 पहले जिले में रिकॉर्ड 124 नए कोरोना पॉजिटिव केस भी सामने आए थे. इनके पीछे सबसे बड़ा कारण लॉकडाउन हटाए जाने को माना जा रहा है. झालावाड़ में अनलॉक 1 में 108 कोरोना पॉजिटिव केस मिले थे. वहीं अनलॉक 2 में नए संक्रमितों की संख्या 178 पर पहुंची.
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अनलॉक 3 के अगस्त महीने के आखिरी सप्ताह के शुरुआत में ही ये आंकड़ा 851 नए मामले मिल चुके हैं और लगातार नए संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. झालावाड़ में कोरोना वायरस के अप्रैल महीने में 40, मई में 230, जून में 108, जुलाई में 178 केस सामने आये थे. लेकिन अगस्त में कोरोना के मामलों में भयंकर बढ़ोतरी हुई और अब तक 851 मामले सामने आ चुके हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग की लोग उड़ाते धज्जियां शनिवार और रविवार के लॉकडाउन को हटाना जिले में कोरोनावायरस के संक्रमण को बढ़ते देख जिला कलेक्टर ने अगस्त के शुरुआती हफ्ते में ही शनिवार और रविवार के लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी. लेकिन यह आदेश प्रशासन ने व्यापार संघ और राजनीतिक दबाव को देखते हुए बदल दिया गया. जिसके बाद जिले में फिर से कोरोना के संक्रमण में तेजी से बढ़ोतरी हुई. वहीं प्रशासन के द्वारा कंटेनमेंट जोन और संक्रमित क्षेत्रों में भी सख्ती नहीं दिखाई जा रही है. प्रशासन बैरिकेड लगाकर ही अपनी जिम्मेदारी पूरी करता हुआ नजर आ रहा है. जिसके चलते संक्रमित और कंटेनमेंट जोन में भी लोग आ जा रहे हैं. वहीं जिले में पिकनिक स्पॉट्स पर भी भारी संख्या में भीड़ देखी जा रही है. जो संक्रमण को फैलने में एक बड़ा कारण साबित हो रही है.
लोगों की लापरवाही
कोरोना की वेक्सीन नहीं बन पाने के कारण फिलहाल बचाव को ही इसका उपचार माना जा रहा है. ऐसे में मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करना सबसे जरूरी है. लेकिन शहर के मुख्य बाजारों सहित कई जगहों पर लोग ना तो सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कर रहे हैं और ना ही मास्क लगा रहे हैं. इसके अलावा शनिवार और रविवार को लोग नदियों, तालाबों, जंगलों और पिकनिक स्पॉट्स पर घूम रहे हैं. जिससे कोरोना का संक्रमण लगातार फैलता जा रहा है.
जिले में बढ़ते संक्रमण को लेकर आम जनता ने बताया कि प्रशासन के द्वारा पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं की जा रही है. जिसके चलते लोग यह लापरवाही बरत रहे. प्रशासन न तो जरूरी सामान पहुंचा पाया है और ना ही अब कोई पहले जैसी सख्ती दिखा रहा है. इसके चलते लोग मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं.
वहीं झालावाड़ में बढ़ते संक्रमण को लेकर जिला कलेक्टर निकया गोहाएन ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए शनिवार और रविवार के लॉकडाउन को वापस लिया था लेकिन अब जिले में संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में अगर लोग मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य नियमों को गंभीरता से नहीं मानते हैं तो फिर से जिले में लॉकडाउन लगाया जा सकता है.