भीनमाल (जालोर).एक बार फिर से रामसीन पुलिस थाने की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है. थूर गांव में एक महिला ने आत्महत्या कर ली, इस मामले को लेकर पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं. आरोप है कि विधवा की पुत्री को अगवा किया गया था और इस संबंध में पुलिस को रिपोर्ट पेश की गई थी. लेकिन थाना प्रभारी गिरधर सिंह ने साठगाठ करते हुए कार्रवाई के नाम पर सिर्फ लीपापोती की.
ज्ञापन सौंपते हुए ग्रामीण इन हालातों में बार-बार गुहार के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर परेशान महिला ने आत्महत्या कर ली. सीधे तौर पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान है. घटनाक्रम मंगलवार सुबह की है, जब महिला ने केरोसीन उड़ेलकर आत्मदाह कर लिया था. महिला की मौत पर आक्रोशित हुए परिजन और थूर गांव के ग्रामीणों ने शव नहीं उठाकर उपखण्ड कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू किया.
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परिजनों ने पुलिस पर एफआईआर दर्ज नहीं करने और आरोपियों से साठगाठ कर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है. उन्होंने रामसीन थानाप्रभारी को निलंबित करने की भी मांग की. इधर, महिला की मौत की सूचना मिलते ही डीएसपी शंकरलाल मौके पर पहुंचे और परिजनों से समझाइश की, लेकिन परिजन नहीं माने. मौत से पहले मृतका ने गंभीर अवस्था में राजकीय चिकित्सालय में पुलिस के सामने दिए पर्चा बयान में दादाल निवासी दो आरोपियों के खिलाफ उसकी नाबालिग पुत्री का अपहरण करने की बात बताई थी.
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मृतका थूर गांव निवासी हविया कंवर (58) है. ग्रामीणों ने बताया कि मृतका की नाबालिग पुत्री का 23 फरवरी को दो लोगों ने अपहरण कर लिया था, जिसे पुलिस अभी तक न तो ढूंढ पाई है और न ही आरोपियों से पूछताछ की है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पहले अपहरण का मामला दर्ज नहीं किया. उसके बाद समय पर कार्रवाई नहीं की. घटना से क्षुब्ध महिला ने मंगलवार सुबह केरोसीन उड़ेलकर आत्मदाह कर लिया. लोगों ने उपचार के लिए शहर के राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
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रात में आरोपियों ने मृतका को फोन पर उसकी लड़की उनके पास होने और राजीनामे के लिए धमकियां भी दी थी. ग्रामीणों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने, नाबालिग को बरामद करने और रामसीन थानाप्रभारी को निलंबित करने की मांग की. घटनाक्रम के विरोध में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा. ज्ञापन में बताया कि नाबालिक दादाल निवासी हड़मत सिंह, शोभा कंवर पत्नी नरपत सिंह भगाकर ले गए. उसके बाद नाबालिक को महेन्द्र सिंह पुत्र पदम सिंह सुराणा को सुपुर्द किया. थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई. आरोपियों ने मृतका को लड़की को नहीं देने और नाबालिग की अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी भी दी. उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश और डीएसपी शंकरलाल ने ग्रामीणों से समझाइश भी की.