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जालोर में पंचायत पुनर्गठन का विरोध...ग्रामीणों ने एडीएम को सौंपा ज्ञापन

जालोर में जोर शोर से पंचायतीराज के चुनावों का काम चल रहा है. ऐसे में गांव मूल के निवासी इसका जमकर विरोध कर रहे है और इसी कड़ी में उन्होने एडीएम छगनलाल गोयल को ज्ञापन सौपा है.

jalore news, जालोर न्यूज

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Published : Aug 29, 2019, 10:43 PM IST

जालोर. आहोर पंचायत समिति के अंदर से भाद्राजून की नई समिति बनाने की सरकार ने घोषणा कर दी है. घोषना होने के साथ ही उपखण्ड़ स्तर के अधिकारियों ने प्रस्ताव बनाकर ग्राम पंचायतों का विभाजन भी कर दिया है.जिसके बाद ग्रामीण इसका विरोध कर रहे है.

पंचायत पुनर्गठन का विरोध

इसी कड़ी में गुरुवार को ग्राम पंचायत पाचोटा को पंचायत समिति भाद्राजून में शामिल नहीं करने की मांग को लेकर ग्रामीण कलेक्टर से मिलने पहुंचे, लेकिन कलेक्टर नहीं मिले तो ग्रामीणों ने एडीएम छगनलाल गोयल को ज्ञापन दिया.

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ज्ञापन में बताया कि आहोर से पांचोटा नजदीक है, लेकिन उनकी ग्राम पंचायत को जबरन भाद्राजून में जोड़ा जा रहा है. उन्होंने बताया कि यातायात साधनों का अभाव होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.

बता दे कि आगामी पंचायतीराज के चुनावों को लेकर नई पंचायतों और समिति बनाने को लेकर नए प्रस्ताव मांगे गए थे. जिसके बाद ग्रामीण लगातार विरोध दर्ज कर रहे है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी ग्रामीणों के विरोध को नजरअंदाज कर रही है. ऐसे में दर्जनों गांवों के ग्रामीणों ने आपत्तियां दर्ज करवाई है, लेकिन समाधान एक का भी नहीं हुआ है.

उन्होंने बताया कि कस्बे से भाद्राजून जाने के लिए पूरे दिन में मात्र एक ही बस की सुविधा है, जबकि आहोर आने के लिये तो सड़क मार्ग ठीक होने के कारण कई साधन मिल जाते है. ऐसे में पांचोटा को आहोर में ही रखा जाए.

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ग्रामीणों ने बताया कि किसी प्रकार का कार्य करवाने के लिए ग्रामीणों को आहोर आना पड़ता है. ऐसे में अगर भाद्राजून समिति से गांव को जोड़ा जाता है तो लोगों को आहोर होकर भाद्राजून जाना पड़ेगा. जिससे समय के साथ आम जनता का अनावश्यक धन भी खर्च होगा.

इस दौरान समंदर सिंह पाचोटा, ईश्वरसिंह, शंभूसिंह तरवाड़ा, विक्रमसिंह, भानसिंह, मूलसिंह, ताराराम और दीपाराम सहित पाचोटा, तरवाडा और गोलियां के ग्रामीण शामिल थे.

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