जालोर. जिले में लॉकडाउन की वजह से पिछले दो महीने के दौरान इलेक्ट्रॉनिक सामान के व्यापार को करीब 70 प्रतिशत का नुकसान हुआ है. जालोर जिले में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 24 मार्च को पूरे देश के साथ ही लॉकडाउन लागू हो गया था और सभी को घरों में रहने की हिदायत दी थीं. उसके बाद लंबे समय तक बाजारों में बिल्कुल सन्नाटा पसरा हुआ था. शहर और सड़कें पूरी तरह से सुनसान हो गई थी.
अब सरकार देश की रुकी अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ने के बावजूद कुछ नियमों के साथ बाजारों को खोलने का फैसला लिया है. अब बाजार तो खुलने शुरू हो गए हैं लेकिन कई ऐसे सेक्टर है जो इस लॉकडाउन में पूरी तरह प्रभावित हो चुके हैं. बात करें इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर की तो सीजन के दौरान भी फ्रीज, कूलर, एसी सहित अन्य ऐसे सामना की खरीददारी नहीं होने से भारी नुकसान हुआ है.
इलेक्ट्रॉनिक आइटम के जानकारों ने बताया कि गर्मी के मौसम में हर बार भारी तादाद में फ्रीज, कूलर, एससी सहित अन्य उत्पादक बिकते हैं. ऐसे में व्यापारियों ने करोड़ों रुपयों का इन्वेस्टमेंट करके माल मंगवा कर गोदाम भर दिए. बाद में अचानक कोरोना के कारण लॉकडाउन लागू हो गया. अब गोदामों में माल भरा हुआ पड़ा है और सीजन खत्म होने को है, इक्का-दुक्का ही खरीददार बाजार में आ रहे हैं.
50 से 70 फीसदी हुआ नुकसान:
व्यापारियों का कहना है कि 50 से 70 फीसदी तक का नुकसान जिले हो चुका है. हर साल की तरह इस बार भी हमने गर्मी से संबंधित इलेक्ट्रॉनिक सामना स्टोर कर लिया था. उन्होंने कहा कि प्रवासियों और किसानों हमारा व्यवसाय ज्यादातर टिक्का हुआ है. हर बार गर्मी के मौसम में प्रवासी अन्य राज्यों से जालोर में आते हैं तो ऐसे आइटम खरीद कर ले जाते हैं लेकिन इस बार कोरोना ने इन पर पाबंदी लगा दी है.