पोकरण (जैसलमेर). कोरोना संक्रमण के मद्देनजरराजस्थान सरकार ने हाल ही में विकेंड कर्फ्यू की घोषणा की थी. जिसके बाद पोकरण में होलसेल व्यापारियों ने सामानों का स्टॉक करना शुरू कर दिया है. हालात ये बन गई है कि सामान लेने जाने वाले लोगों को दुकानदार सामान नहीं दे रहे हैं उन्हें खाली हाथ लौटा दे रहे हैं.
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वहीं, अन्य दुकानदार भी होलसेल व्यापारियों के इस रवैये को देख स्थानीय लोगों को सामान देने से मना कर रहे हैं. जिसके कारण दोपहर बाद से ही शहर के बाजारों में काफी उठापटक दिखाई दे रही है. वहीं, नशे के तलबगार जहां गुटखा, जर्दा तथा अन्य सामान लेने के लिए होलसेल दुकानों पर दोपहर से ही कतारबद्ध रूप से खड़े दिखाई दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर स्थानीय दुकानदारों द्वारा भी सामान खत्म होने की बात कही जा रही है. ऐसे में गुटखा और जर्दा नहीं मिल पाने के चलते स्थानीय लोग पूर्व में लगे लॉकडाउन की स्थिति के कयास लगाए जा रहे हैं. वहीं होलसेल दुकानदारों की दुकानों पर उमड़ी भीड़ के चलते कोरोना गाइडलाइन की खुलकर धज्जियां उड़ती नजर आई.
होलसेल व्यापारियों पर लगाया स्टॉक करने का आरोप
स्थानीय लोगों ने बताया कि मुख्यमंत्री की ओर से विकेंड कर्फ्यू की घोषणा से पूर्व कल तक स्थानीय होलसेल व्यापारियों द्वारा पूरे बाजार में खुलकर सामान बेच रहे थे. इसके साथ ही बाजार में भी गुटखा और जर्दा आसानी से मिल पा रहा था. लेकिन गुरुवार की अर्द्धरात्रि को मुख्यमंत्री द्वारा विकेंड कर्फ्यू की घोषणा के साथ ही दोपहर बाद स्थानीय दुकानदार और होलसेल व्यापारिय स्थानीय लोगों को सामग्री नहीं दे रहे हैं.
बाबा रामदेव समाधि के दर्शन आगामी 30 अप्रैल तक बंद
पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल बाबा रामदेव मंदिर को जिला प्रशासन के आदेश के बाद शुक्रवार की शाम 5 बजे बजे से आगामी 30 अप्रैल तक बंद करवा दिए गए हैं. बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं ने मंदिर के कपाट बंद होने के पश्चात मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर से ही दर्शन करके अपने-अपने गंतव्य स्थलों की तरफ प्रस्थान किया.