जैसलमेर.यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में शामिल विश्व प्रसिद्ध सोनार दुर्ग के संरक्षण के लिए गठित समिति ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्टर आशीष मोदी के साथ बैठक की. बैठक में दुर्ग संरक्षण से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई. साथ ही कलेक्टर ने इसके संरक्षण के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
सोनार दुर्ग संरक्षण समिति ने जैसलमेर कलेक्टर के की चर्चा कलेक्टर आशीष मोदी ने बताया कि, इस दौरान राज्य स्तरीय फोर्ट अपेक्स सलाहकार समिति की बैठक में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन, बुर्ज संख्या 44 और 45 में निवासरत व्यक्तियों के अन्यत्र स्थानांतरण, सीवरेज लाइन संबंधित कार्य और भूमिगत बिजली लाइन बिछाने सहित अन्य कई अहम विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई. बैठक से पहले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण कर दुर्ग की समस्याओं और उनके निस्तारण संबंधित जानकारी भी जुटाई.
वहीं, बैठक में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग जोधपुर के अधीक्षण पुरातत्वविद ने जैसलमेर दुर्ग में अनाधिकृत निर्माण और व्यवसायिक गतिविधियों का चिन्हीकरण किया. साथ ही उसके उन्होंने सूची पर चर्चा करते हुए कहा गया कि, किले के संरक्षण के लिए वहां स्थित अतिक्रमण और अवैध निर्माण को हटाना आवश्यक है. इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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कलेक्टर ने कहा कि सोनार किले के संरक्षण के लिए संयुक्त टीम बनाकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. इसमें पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, जिला प्रशासन, नगर परिषद और पुलिस के अधिकारी शामिल होंगे. किले में कार्रवाई से पहले स्थानीय निवासियों से समझाइश की जाएगी और उसके बाद जरूरी हुआ तो नियमानुसार निर्णायक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उन्होंने बताया कि अतिक्रमण और अवैध निर्माण के प्रति उदासीन बने रहने वाले अधिकारियों की व्यक्तिगत जिम्मेदारी भी तय की जाएगी.