पोकरण (जैसलमेर). जिले के मरुधरा में कोरोना महामारी की दूसरी लहर जानलेवा बनी हुई है. लगातार हो रही मौतों के कारण आम आदमी की सांसे थमी हुई है. परमाणु विस्फोट वाली नगरी भी कोरोना पॉजिटिव का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. संक्रमण की चेन दिनो-दिन नए रिकॉर्ड बना रही है. स्वास्थ्य और पुलिस महकमा संकट की इस घड़ी में मुस्तैदी के साथ राजधर्म निभा रहा है.
संकट की इस घड़ी के बीच पोकरण शहर में संचालित इंदिरा रसोई इन दोनों गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मिशन के अनुसार कोई भी परिवार भूखा नहीं सोए इसके लिए इंदिरा रसोई की शुरुआत की गई. कोरोना के कहर के बीच इंदिरा रसोई के कार्मिकों की ओर से नगरपालिका के सहयोग से गरीबों और होम आइसोलेशन किए गए परिवारों तक खाने के पैकेट पहुंचाए जा रहे हैं. कोरोना महामारी में कोई भी परिवार भूखा नहीं सोए इसके लिए पालिका अध्यक्ष मनीष पुरोहित स्वयं गरीब और जरूरत मंद परिवारों के घर तक पहुंच भोजन वितरित कर रहे हैं.
संकट के समय पालिका अध्यक्ष पुरोहित स्वयं पहुंच रहे लोगों के घरों तक
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में हुए लॉकडाउन के बीच गरीब परिवार के लोग घरों में ही दुबके हुए हैं. आजीविका के साधन बंद होने से इन परिवारों को भूखा न सोना पड़े इसके लिए मुख्यमंत्री के सपने " कोई भी भूखा नहीं सोए इस संकल्प को साकार करने के लिए पालिकाध्यक्ष मनीष पुरोहित वाहन के माध्यम से शहर के विभिन्न वार्डों में रह रहे परिवारों की चौखट तक पहुंच कर इनको भोजन वितरित कर रहे हैं.
रसोई के संचालक हबीबुर्रहमान ने बताया कि प्रतिदिन रसोई में लगभग पांच सौ लोगों के लिए खाना तैयार किया जाता है. सुबह और शाम दोनों समय लोगों को भोजन दिया जाता है. पालिकाध्यक्ष पुरोहित ने बताया कि संकट की इस घड़ी में पालिका प्रशासन की ओर से लोगों की हर सम्भव मदद की जा रही है. उन्होंने बताया माइक्रो कंटेन्मेंट जोन घोषित किए गए वार्डों में भी मेडिकल सहित रसद सामग्री की होम डिलीवरी भी की जा रही है.