हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में विधायक की खिलाफत. कोटा.कांग्रेस पार्टी अपने बूथ को मजबूत करने के लिए पूरे देश में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चला रही है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे चरण के रूप में इसे देखा जा रहा है. जिससे कांग्रेस पार्टी मजबूत हो और उनके नेता चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर पाएं, लेकिन कोटा के पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र में इससे उलट ही नजारा देखने को मिला है. यहां कांग्रेसी हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत एकत्रित तो हुए, लेकिन उन्होंने एक राय होकर स्थानीय व्यक्ति को ही टिकट देने की वकालत कर दी.
लोगों ने पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा की खिलाफत की और उनकी जगह किसी दूसरे व्यक्ति को टिकट देने की मांग रख दी है. क्योंकि रामनारायण मीणा कोटा जिले के पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र की जगह बूंदी के निवासी हैं. कार्यक्रम में पूर्व विधायक से लेकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे. इस बैठक पर क्षेत्रीय विधायक रामनारायण मीणा का कहना है कि मीटिंग करने वाले नेताओं को डर है कि कोटा शहर या बारां से कोई नेता आकर यहां चुनाव नहीं लड़ ले. इसीलिए यह लोग मीटिंग में इस तरह की बात कर रहे हैं. इसमें उनका कोई दोष नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि टिकट के मामले में पार्टी का निर्णय सर्वोपरि रहेगा. मैं पार्टी के फैसले से बंधा रहूंगा.
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जानकारी के अनुसार सुल्तानपुर इलाके के नौताड़ा गांव में शनिवार को कांग्रेस उम्मीदवारों ने हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत स्नेह मिलन कार्यक्रम रखा था. इसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया. साथ ही एक स्वर में क्षेत्र व्यक्ति को कांग्रेस उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव लोगों ने पारित किया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पीसीसी सदस्य यशवंत चौधरी ने की. जबकि इसके आयोजक भानू प्रताप सिंह, मंजुर तंवर, मुजीब लाहौरी व मायाराम मेघवाल थे. कार्यक्रम में पूर्व विद्यायक प्रेमचंद नागर, जिलाध्यक्ष सरोज मीणा, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष इटावा दुर्गाशंकर मीणा व पूर्व उप जिला प्रमुख मनोज शर्मा आदि मौजूद थे.
विधायक पर लगाए आरोप, बीजेपी नेताओं की कर रहे मददः इस बैठक में शामिल हुए नेताओं ने कहा कि उन्हें जिला परिषद और पंचायत समिति के टिकटों के लायक भी विधायक ने नहीं समझा था. यह भी आरोप लगे कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और जिलाध्यक्ष सरोज मीणा से जुड़ाव या समर्थक होने के चलते उनके टिकट काटे गए हैं. सभी ने दावा किया कि उन्होंने जी जान से क्षेत्रीय विधायक मीणा की मदद चुनावों में की. विधायक होते हुए लोकसभा प्रत्याशी भी उन्हें पार्टी ने बनाया था, इसमें भी उनके लिए जी तोड़ मेहनत की थी. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाए कि क्षेत्रीय विधायक रामनारायण मीणा भारतीय जनता पार्टी के लोगों की मदद कर रहे हैं.