जयपुर. सीएम की ओर से की गई घोषणा के अनुसार सफाई कर्मचारी भर्ती विज्ञप्ति जारी करने, भर्ती में 66 प्रतिशत वाल्मीकि समाज के लोगों को नियुक्ति देने और पूर्व में सफाई का काम कर चुके कर्मचारियों को वरीयता देने की मांग को लेकर मंगलवार को वाल्मीकि समाज के लोगों ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के आवास का घेराव किया. हालांकि धारीवाल ने शनिवार को अधिकारियों से वार्ता कराने का आश्वासन दिया है. लेकिन शनिवार को यदि वार्ता सफल नहीं हुई, तो सोमवार से वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारी एक बार फिर आंदोलन की राह पर उतरेंगे.
राज्य सरकार ने सफाई कर्मचारियों के 30000 पदों पर भर्ती की बजट घोषणा की थी. उसकी तुलना में फिलहाल 13184 पदों पर ही भर्ती निकाली गई. इसमें सक्षम अधिकारी की बाध्यता को खत्म करते हुए संशोधित विज्ञप्ति जारी की गई और प्राइवेट सेक्टर में काम कर चुके सफाई कर्मचारियों को भी 1 साल के अनुभव के साथ 4 अगस्त तक अप्लाई करने का मौका दिया गया है. हालांकि इस भर्ती में प्रैक्टिकल और इंटरव्यू रखा गया है. लेकिन मंगलवार को वाल्मीकि समाज सफाई श्रमिक संघ की ओर से यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के आवास का घेराव करते हुए सीएम की घोषणा के अनुसार 30000 पदों पर भर्ती विज्ञप्ति जारी करने की मांग की गई.
वाल्मीकि समाज सफाई समेत संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि मंत्री शांति धारीवाल से वार्ता हुई है. उन्होंने कहा है कि वाल्मीकि समाज की जो भी वाजिब मांगे हैं, उनको माना जाएगा. सफाई कर्मचारियों की भर्ती में वाल्मीकि समाज को ज्यादा से ज्यादा लाभ दिया जाएगा. मंत्री के सामने स्पष्ट मांग रखी है कि गत 28 अप्रैल को प्रशासन की ओर से भर्ती में 66 प्रतिशत वाल्मीकि समाज के लोगों को नियुक्ति देने का लिखित समझौता किया गया था, उसे लागू किया जाए.