नई दिल्ली. राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद सतीश पूनिया ने शुक्रवार को पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान पूनिया ने पीएम मोदी को प्रदेश की संगठनात्मक स्थिति से अवगत कराया. साथ ही उन्होंने बताया कि भाजपा ने सदस्य संख्या के लिहाज से राजस्थान में काफी बड़ी उपलब्धि हासिल की है.
पीएम मोदी से मिले सतीश पूनिया सतीश पूनिया की प्रधानमंत्री मोदी के साथ लगभग 30 मिनट तक चली इस मुलाकात में उन्होंने प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन में सुस्ती बरतने का आरोप लगाया और कहा कि राज्य की सांभर झील में हजारों प्रवासी पक्षियों की मौत की जिम्मेदार राज्य सरकार है.
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पूनिया ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पक्षियों की मौत पर पीएम मोदी और केंद्रिय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी. लेकिन जब मैं खुद मौके पर पहुंचा तो देखा कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर बिल्कुल भी सचेत नहीं थी. जिसके कारण हजारों कि संख्या में पक्षियों की मौतें हुई.
उन्होंने कहा कि जब राजस्थान हाईकोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लिया तब जाकर राज्य सरकार सचेत हुई और इस पर कार्रवाई की. पूनिया ने कहा कि मुझे लगता है कि राज्य सरकार अपनी कमजोरी को केंद्र सरकार के पाले में डाल कर खुद को बचाना चाहती है.
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सतीश पूनिया ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना को सही तरीके से प्रदेश की जनता तक नहीं पहुंचाया जा रहा है और राजस्थान में 1 करोड़ 10 लाख लोगों में से 23% लोग अभी भी इस योजना का फायदा उठाने से वंचित हैं. इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में प्रदेश सरकार पर जानबूझकर डाटा उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया.
सतीश पूनिया से जब केंद्र की ओर से प्रदेश के करीब 11 हजार करोड़ रुपए बकाया होने का सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस पर भी उन्होंने पीएम मोदी से चर्चा की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की कई मामलों में केंद्र सरकार पर दोष डालने की आदत सी बन गई है. जबकि, प्रदेश में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की ओर से किए गए वित्तीय प्रबंध काफी बेहतर थे.