रंधावा ने गहलोत को बड़ा और पायलट को छोटा भाई बताया जयपुर. कांग्रेस पार्टी अब छत्तीसगढ़ में होने वाले अपने अधिवेशन की तैयारियों में जुट गई है. ऐसे में फरवरी महीने में राजस्थान में कांग्रेस संगठन की ओर से कोई उठापटक नहीं होने की संभावना है. वहीं, राजस्थान कांग्रस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना बड़ा भाई और सचिन पायलट को अपना छोटा भाई बताया है.
रंधावा ने कहा कि गहलोत उनके बड़े भाई और पायलट छोटे भाई की तरह हैं. जल्द हमलोग साथ बैठेंगे. वहीं, पायलट 17 फरवरी से फिर राजनीतिक दौरे की तैयारियों में हैं. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच कुर्सी का विवाद भले ही अभी शांत हो गया है, लेकिन यह शांतिकाल कब तक जारी रहेगा कहा नहीं जा सकता. शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने तीसरे कार्यकाल का अंतिम बजट पेश कर दिया है. भले ही गहलोत ने अपनी शेरो शायरी के जरिए पायलट का जवाब दिया हो, लेकिन पायलट ने गहलोत के बजट की तारीफ कर अभी भी शांतिकाल जारी रखा है.
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जिस तरह से राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना बड़ा भाई और सचिन पायलट को अपना छोटा भाई बताया है उससे साफ है कि रंधावा को अभी कांग्रेस आलाकमान ने दोनों के बीच सामंजस्य बैठाने का टास्क दिया है. यही कारण है कि रंधावा ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच किसी भी गुटबाजी से साफ इनकार करते हुए कहा कि वह इन दोनों नेताओं के साथ जल्द बैठेंगे. उन्होंने कहा कि अगर दोनों नेताओं में किसी तरीके का मनमुटाव होता तो वह दिख जाता.
पायलट समर्थक कर रहे राजनीतिक दौरे की तैयारी :माना जा रहा है कि फरवरी महीने में कांग्रेस अधिवेशन के चलते राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में कोई राजनीतिक हलचल नहीं होगी, लेकिन इस बीच सचिन पायलट समर्थक एक बार फिर सचिन पायलट के राजनीतिक दौरे की तैयारी में जुट गए हैं. जनवरी महीने में पायलट नागौर के परबतसर, हनुमानगढ़ के पीलीबंगा, पाली के बाली, झुंझुनू के गुड़ा और जयपुर में युवा संवाद के जरिए गहलोत पर खुला हमला करते दिखाई दिए थे. हालांकि अभी पायलट कैंप की ओर से पूर्वी राजस्थान में हो रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर नजर रखी जा रही है. ताकि पता चल सके कि उनके गढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रभाव कितना रहता है. इस दौरे के बाद ही पायलट के आगामी राजनीतिक दौरे शुरू हो सकते हैं. इस बार माना जा रहा है कि पायलट पूर्वी राजस्थान में ही अपने दौरे करेंगे.