राजस्थान एसेंबली में प्रश्नकाल में उठे मुद्दे जयपुर. राजस्थान विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान स्पीकर सी पी जोशी की जगह सभापति राजेंद्र पारीक ने कमान संभाली. क्योंकि स्पीकर सीपी जोशी मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मंत्री प्रमोद जैन भाया के कार्यक्रम में शामिल होने बारां गए हैं. ऐसे में प्रश्नकाल की कमान सभापति राजेंद्र पारीक ने संभाली. इस दौरान विधानसभा में रतनगढ़ विधायक अभिनेश महर्षी को जहां मंत्री रामलाल जाट ने वापस कांग्रेस में शामिल होने की बात कह दी. वही मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने एक सवाल के जवाब में विधायक को डिनर पर आने का निमंत्रण देते हुए यह कह दिया कि वहां आपके सारे सवालों का जवाब दे दूंगा.
दरअसल हुआ यह कि राजस्थान विधानसभा में जब विधायक अभिनेश महर्षि अपने क्षेत्र के बजट में घोषित कामों को लेकर बात रख रहे थे तो रामलाल जाट ने कहा कि जो बजट घोषणा की गई है वह पूरी होगी. इन बजट घोषणाओं को देखते हुए अब तो आपको भी वापस कांग्रेस में आने के बारे में सोचना चाहिए. इस बात पर सदन में हंगामा हुआ और अभिनेश महर्षी ने कहा कि आप सवाल का जवाब दें, मैं कांग्रेस में रहूंगा, भाजपा में रहूंगा या फिर कांग्रेस के छक्के छुड़ाऊंगा यह आने वाला समय बताएगा.
पढ़ें.Rajasthan Vidhansabha: गहलोत सरकार के बजट पर वाद-विवाद, इन विभागों से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे
हालांकि सभापति राजेंद्र पारीक ने विधायक अभिनेश महर्षी को बोलने से रोक दिया. वहीं विधायक धर्म नारायण जोशी ने अपने सवाल के जवाब से असंतुष्ट होने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि क्या सरकार हमें गुमराह कर रही है?. इस पर मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि गुमराह कौन किसे कर रहा है यह तो मैं साफ कर दूंगा, जब आप मेरे घर ब्रेकफास्ट पर आएंगे या फिर डिनर पर. इस पर सदन में जब हंगामा हुआ तो विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि मैं तो आपको घर पर निमंत्रण दे रहा हूं और डिनर भी राजेंद्र राठौड़ वाला दूंगा. वहीं विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान मंत्री मुरारी लाल मीणा जवाब दे रहे थे तो सभापति राजेंद्र पारीक ने कहा कि डिसएबल लोगों को सरकार को पहले रियायत देनी चाहिए. जब मामला एसीडी से क्लियर हो चुका है तब तो कम से कम सरकार को जल्दी करना चाहिए. ऐसे में मंत्री मुरारी लाल मीणा ने आश्वस्त किया की यह काम 1 महीने में पूरा कर दिया जाएगा.
उधर कोटा के लाडपुरा में केवल नगर वन भूमि पर अतिक्रमण करने वालों को अब एडजस्टमेंट में पट्टे देने की बात उठी तो मंत्री हेमाराम चौधरी ने साफ इनकार करते हुए कहा कि सेंट्रल गवर्नमेंट का नियम है कि इस तरह से एडजस्टमेंट नहीं हो सकता है. इस पर विधायक कल्पना देवी ने कहा कि जब 1 साल पहले इसी केवल नगर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास बन रहे थे तो फिर 1 साल बाद ऐसा क्या हुआ कि वह आवास अब नहीं बन रहे. वही मंत्री राजेंद्र यादव ने जब किराए की जगह कॉलेज खोलने की बात कही तो सदन में हंगामा हुआ. राजेंद्र पारीक ने कहा कि यह व्यवस्था है और कॉलेज के लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.