जयपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मिशन 2030 के सुझाव को लेकर बुधवार से दौर शुरू करने जा रहे हैं. इन दौरों में अलग-अलग समाज, कामगार और कमजोर विधानसभाओं के कार्यक्रम तो शामिल हैं ही, इसके साथ ही जिन क्षेत्रों में गहलोत जाएंगे, वहां प्रमुख मंदिरों के दर्शन कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भाजपा के हिंदुत्व कार्ड को अपने सॉफ्ट हिंदुत्व के जरिए काटने की तैयारी करेंगे.
20 जिलों का करेंगे दौरा: गहलोत के दौरे की शुरुआत 27 सितंबर को जयपुर से होगी. 27 से 30 सितंबर तक गहलोत 10 जिलों जयपुर, सीकर, डीडवाना, कुचामन, नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और जोधपुर जिले में अलग-अलग कार्यक्रम करेंगे. इसके बाद 3 अक्टूबर तक गहलोत के दौर में ब्रेक रहेगा. उसके बाद 10 जिलों जोधपुर, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, पाली, सिरोही, जालौर और बाड़मेर में गहलोत के अलग-अलग कार्यक्रम होंगे. इस पूरे दौर में गहलोत के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और जिले के कांग्रेस और निर्दलीय विधायक भी मौजूद रहेंगे.
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इन मंदिरों के दर्शन भी करेंगे गहलोत, देंगे सॉफ्ट हिंदुत्व का मैसेज: 7 दिन के कार्यक्रम में गहलोत अलग-अलग मंदिरों के भी दर्शन करेंगे. इनमें 27 सितंबर को पहले दिन खाटू श्याम मंदिर और चूरू के सालासर हनुमान मंदिर के दर्शन करेंगे. बीकानेर में करणी माता मंदिर, खरनाल में तेजाजी मंदिर, कुंभलगढ़ में चारभुजा नाथ मंदिर, कांकरोली में श्रीनाथजी मंदिर, बांसवाड़ा में बेणेश्वर धाम मंदिर, डूंगरपुर में त्रिपुरा सुंदरी मंदिर, निंबाहेड़ा में कल्लाजी मंदिर, सिवाना में ब्रह्मा जी मंदिर के दर्शन करेंगे. इस तरह गहलोत 7 दिनों में 20 जिलों के 10 प्रमुख मंदिरों के न केवल दर्शन करेंगे बल्कि इन मंदिरों में उनके साथ गहलोत, डोटासरा समेत कांग्रेस के प्रमुख नेता आम जनता से मुलाकात भी करेंगे.