बुधवार को कमर्शियल वाहनों का रहेगा चक्काजाम जयपुर. राजधानी जयपुर सहित प्रदेश भर में हिट एंड रन कानून का विरोध तेज होता जा रहा है. इस कानून के विरोध में कई वाहन संगठनों ने मंगलवार को जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित को ज्ञापन सौंपा. संगठनों की ओर से बुधवार को कमर्शियल व्हीकल की हड़ताल की जाएगी और हड़ताल के दौरान कोई भी कमर्शियल व्हीकल सड़क पर नहीं दौड़ेगा.
ऑल राजस्थान टूरिस्ट कार एसोसिएशन और अलग-अलग बस ऑपरेटर की ओर से मंगलवार को जयपुर कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन कर कानून के विरोध में नारेबाजी की गई. इस दौरान संगठनों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही इस काले कानून को वापस नहीं लिया गया, तो कानून के विरोध में चल रहा आंदोलन को और तेज किया जाएगा.
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ऑल राजस्थान टूरिस्ट कार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सिंह महरौली ने जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित को ज्ञापन सौंपा और कहा कि 3 जनवरी बुधवार को सभी कमर्शियल वाहन हड़ताल पर रहेंगे. इसमें ट्रक, बस, कार, टैक्सी व अन्य वाहन शामिल होंगे. दिलीप सिंह महरौली ने कहा कि यह कानून पूरी तरह से काला कानून है और पूरे भारत में इसका विरोध किया जा रहा है. बुधवार को दिल्ली में भी एक बड़ा प्रदर्शन ड्राइवरों की ओर से किया जाएगा.
महरौली ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कोरोना काल में इन्हीं ड्राइवरों ने आम जनता की बहुत सेवा की. इन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना आम जनता को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाने का काम किया और खाद्य सामग्री सहित अन्य सामान की भी सप्लाई बिना अपनी जान की परवाह किए की. उस समय ना तो केंद्र सरकार ने इन ड्राइवरों की ओर ध्यान दिया और ना ही राज्य सरकारों ने. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि हिट एंड रन कानून के तहत सजा और जुर्माने का जो प्रावधान किया गया है उसे निरस्त किया जाए. महरौली ने कहा कि कमर्शियल वाहनों की यह हड़ताल जयपुर ही नहीं पूरे भारत में की जाएगी.
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ऑल राजस्थान सिटी मिनी बस ऑपरेटर्स यूनियन ने इस हिट एंड रन कानून का विरोध करते हुए गृहमंत्री अमित शाह के नाम जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित को ज्ञापन सौंपा. संगठन के पदाधिकारी ने कहा कि इस तरह के जुर्माने और सजा से ड्राइवर पर बहुत बुरा असर होगा और इसका असर उनके परिजनों पर भी होगा. बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन राजस्थान भी इस कानून के विरोध में सड़क पर उतरा और इस संबंध में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नाम जयपुर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. संगठन के महासचिव रवि प्रकाश सैनी ने कहा कि इस कानून के तहत मिलने वाली सजा हत्या के प्रयास में मिलने वाली सजा के समान है, यह गलत है. पहले कानून में दुर्घटना के लिए 2 साल की सजा का प्रावधान था. केंद्र सरकार को इस कानून पर पुनर्विचार करना चाहिए.
बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के जयपुर संभाग के अध्यक्ष कैलाश चंद्र शर्मा ने कहा कि यदि दुर्घटना के बाद ड्राइवर मौके पर रुकता है तो जनता उसके साथ कुछ भी अनहोनी हो सकती है. इसमें चालक की मौत भी हो सकती है. कानून में सजा और जुर्माने का प्रावधान किसी भी सूरत में सही नहीं है. इसलिए हम लोग इसका विरोध कर रहे हैं. यदि केंद्र सरकार इसमें कोई संशोधन नहीं करती है, तो हमारा विरोध इसी तरह से आगे भी जारी रहेगा.
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आपको बता दें कि नए हिट एंड रन कानून में दुर्घटना होने के बाद ड्राइवर के भागने और पीड़ित की मौत होने पर 10 साल की सजा और 7 लाख रुपए के जुर्माने का प्रावधान किया गया है. सभी ड्राइवर इसका विरोध कर रहे हैं और कई जगह पर चक्का जाम कर रखा है.
बाड़मेर में भी विरोध: नए हिट एंड रन कानून का विरोध बाड़मेर व बालोतरा में देखने को मिल रहा है. इस कानून के विरोध में ड्राइवर सड़कों पर उतर आए हैं ओर जोधपुर बाड़मेर हाइवे पर जाम लगा दिया है. जिसके चलते जोधपुर बाड़मेर के बीच रोडवेज का संपर्क टूट गया है. कई बसें बीच में अटक गई हैं. जिसके चलते यात्री भी परेशान हो रहे हैं. पुलिस प्रशासन ट्रक ड्राइवर्स से वार्ताकार समझाइश करने में जुटे हैं.
रोडवेज बस सेवा हुई बाधित! पचपदरा में जोधपुर बाड़मेर हाअवे पर ड्राइवर की ओर से लगाए गए जाम के चलते जोधपुर और बाड़मेर के बीच चलने वाली रोडवेज बस सेवा बाधित हो रही है. बाड़मेर आगार के मुख्य प्रबंधक ओमप्रकाश चौधरी के अनुसार पचपदरा हाइवे पर ड्राइवरों ने जाम लगा रखा है. जिसके चलते बाड़मेर से जोधपुर मार्ग पर चलने वाली रोडवेज बसें बाड़मेर से बालोतरा डिपो तक ओर जोधपुर से पचपदरा डिपो तक आ रही है. उन्होंने बताया कि 6-7 बसें बालोतरा बस डिपो पर रुकी हुई पड़ी हैं.