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निलंबित पार्षदों ने किया रामचरण बोहरा का स्वागत, सराफ बोले- 'जयचंद' कुछ भी कर लें नहीं मिलेगी राहत

लोकसभा चुनाव में भले ही जयपुर शहर से भाजपा को बड़ी सफलता मिली हो लेकिन शहर भाजपा नेताओं में गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही. नेताओं के बीच चल रही धड़ेबंदी का एक नजारा मंगलवार को नवनिर्वाचित सांसद रामचरण बोहरा की पदयात्रा के दौरान भी देखने को मिला.

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Published : May 28, 2019, 10:25 PM IST

निलंबित पार्षदों ने किया बोहरा का सम्मान, विधायक से दूर नजर आए कई भाजपाई

जयपुर.नवनिर्वाचित सांसद रामचरण बोहरा कामालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा से निलंबित पार्षदों ने बोहरा का स्वागत किया. खास बात यह रही कि स्वागत कार्यक्रम में वह तमाम भाजपा नेता जुटे जो कहीं ना कहीं स्थानीय भाजपा विधायक कालीचरण सराफ से नाराज थे. स्वागत समारोह से कुछ कदमों की दूरी पर ही स्थानीय बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ समर्थकों ने भी बोहरा का स्वागत किया.

वीडियोः निलंबित पार्षदों ने किया बोहरा का सम्मान,विधायक से दूर नजर आए कई भाजपाई

इस कार्यक्रम में खुद कालीचरण सराफ भी मौजूद रहे. लेकिन सराफ अपने ही क्षेत्र में हो रहे दूसरे स्वागत समारोह से दूर रहे. हालांकि जब कालीचरण सराफ से निलंबित पार्षदों द्वारा बोहरा के सम्मान करे जाने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा की जयचंद ओं के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है चाहे वह कितने ही स्वागत कार्यक्रम क्यों ना कर ले.

निलंबित पार्षदों ने खुद को बताया भाजपा के ही
उधर निलंबित पार्षदों का कहना है कि यदि वह जयचंद होते तो रामचरण बोहरा को मालवीय नगर क्षेत्र से 5 माह पूर्व हुए विधानसभा चुनाव से अधिक मत नहीं मिलते. इनका आरोप था कि पार्टी किसी एक व्यक्ति से नहीं चलती कार्यकर्ताओं से चलती है कार्यकर्ताओं की लंबी फौज हमारे सम्मान समारोह में है. निलंबित पार्षद अनिल शर्मा और अशोक गर्ग की ओर से हुए इस सम्मान समारोह में मालवीय नगर से आने वाले युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष सहित पूर्व पार्षद सविता मारोठिया रोशन सैनी सहित मंडल के कई पदाधिकारी और नेता मौजूद रहे.

निलंबित पार्षदों के स्वागत कार्यक्रम को सांसद रामचरण बोहरा ने भी पूरी तवज्जो दी और काफी देर तक वह कार्यक्रम में मौजूद रहे. मतलब साफ है कि भाजपा नेताओं के बीच चल रही यह जंग मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र के नेताओं तक सीमित है जिसके चलते रामचरण बोहरा ने खुद को इस जंग से अलग ही रखा और दोनों ही स्वागत समारोह में पूरी शिद्दत के साथ शामिल हुए.

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