कांग्रेस विधायक अमीन कागजी जयपुर. कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर भेदभाव का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि उन्हें सिर्फ कोटा की चिंता है. जयपुर के विकास से उनका कोई सरोकार नहीं है. वो भले ही एक नंबर के मंत्री होंगे. राजस्थान में काम कर रहे होंगे, लेकिन हमें पता नहीं कि राजस्थान में उन्होंने कहां काम किया है, जहां तक जयपुर की बात है तो यहां उन्होंने कोई काम नहीं किया है. कागजी यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे सवाल उठाते हुए कहा कि 10 महीने से एक्सईएन की मांग करने के बाद मंत्री स्पष्ट कहते हैं कि वो नहीं देंगे. कांग्रेस विधायक ने कहा कि फिर तो सारे कोटा ले जाओ, वहीं से सरकार भी बन जाएगी.
जयपुर के किशनपोल से कांग्रेस विधायक अमीन कागजी का बुधवार को विकास कार्यों को लेकर गुस्सा फूटा. कागजी की हेरिटेज नगर निगम में एक कार्यक्रम के दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को लेकर नाराजगी साफ तौर पर नजर आई. उन्होंने कहा कि यूडीएच मंत्री जयपुर पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. निगम में न तो एक्सईएन हैं और न ही जेईएन हैं. बीते 10 महीने में यूडीएच मंत्री को 10 चिट्ठियां लिख चुके हैं. उनसे एक्सईएन मांगा तो कहते हैं नहीं दूंगा, फिर तो सारे कोटा ले जाएं, वहीं से सरकार बन जाएगी. सब कोटा से ही जीत कर आ जाएंगे. नंबर एक मंत्री हैं, जीत जाएंगे वो.
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उन्होंने कहा कि जयपुर में चार-चार सीट मिली, लेकिन निगम में एक्सईएन-जेईएन नहीं है. सरकार योजना बनाने के लिए पैसा देती है, लेकिन बिना एक्सईएन के योजना कैसे बनेगी?. उन्होंने कहा कि सीवरेज के लिए 50 करोड़ मुख्यमंत्री से मंजूर कराकर आए. डेढ़ साल पहले मुख्यमंत्री ने बजट में दे भी दिया, लेकिन इसका मंत्री जी टेंडर नहीं करा पाए. उन्होंने आरोप लगाया कि धारीवाल भेदभाव करते हैं, लोगों का घोर अपमान करते हैं.
कागजी ने कहा कि उनसे (धारीवाल) सचिवालय व विधानसभा में जाकर मिल लिए. उनसे कहा कब तक उधार के एक्सईएन, एईएन, जेईएन से काम चलाएंगे, लेकिन वो समझते नहीं है. अमीन कागजी ने कहा कि सारे अधिकारियों को कह कर थक गए, सारे एक्सईएन, एईएन ले गए कोटा. कोटा को चमन कर रहे हैं, लेकिन कोटा में भी पता चल जायेगा जब यहां के लोग वहां जाकर कहेंगे कि हमारा शांति धारीवाल ने सत्यानाश कर दिया.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वो जयपुर के प्रभारी मंत्री हैं, लेकिन एक मीटिंग नहीं ली. यहां निगम में कांग्रेस का बोर्ड बना दिया, चार-चार विधायक हैं, मेयर हैं, लेकिन एक्सईएन जेईएन नहीं देते. इसलिए अब मुख्यमंत्री से आग्रह करेंगे कि ठीक है, वो मंत्री नंबर वन हैं, राजस्थान में काम कर रहे होंगे, लेकिन पता नहीं कि उन्होंने राजस्थान में कहां काम किया. जयपुर में ध्यान नहीं दे रहे, इसकी पीड़ा है. उन्होंने कहा कि यूडीएच मंत्री को जयपुर के लोगों के लिए समय नहीं हैं. साढ़े आठ महीने बाद चुनाव हैं, लोगों की भावनाओं को देखना होगा.