जयपुर. राजधानी जयपुर में सरकार की नाक के नीचे बदहाल पड़े राजकीय जयपुरिया अस्पताल की बदहाली का मामला आगामी विधानसभा सत्र में भी उठेगा. पूर्व चिकित्सा मंत्री और मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने राजकीय जयपुरिया अस्पताल से जुड़े सवाल विधानसभा में लगाए हैं.
ईटीवी भारत ने जयपुरिया अस्पताल में पिछले 2 माह से एक्सरे की फिल्म नहीं होने और इससे परेशान मरीजों की खबर को प्रमुखता से प्रसारित किया था. इसके बाद इस क्षेत्र के विधायक कालीचरण सराफ ने भी इस मामले को विधानसभा में उठाने का फैसला लिया है. सराफ के अनुसार इतने बड़े सरकारी अस्पताल में बीते 2 महीने से एक्स-रे की फिल्म का नहीं होना बहुत ही गंभीर बात है और उससे भी अधिक शर्मनाक बात यह है कि यहां आने वाली मरीजों को कंप्यूटर पर एक्स-रे की मोबाइल फोटो खींचकर डॉक्टर को दिखाना पड़ रहा है. जिससे मरीज का उपचार भी सही तरीके से होना मुश्किल है.
अब विधानसभा सत्र में उठेगा जयपुरिया अस्पताल की बदहाली का मामला, पूर्व मंत्री सराफ ने लगाया सवाल सराफ ने बताया कि अस्पताल में इटरनल हॉस्पिटल से हुए एमओयू के तहत बीपीएल परिवार और सीनियर सिटीजन को निशुल्क एमआरआई और सीटी स्कैन सहित तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिए, लेकिन अस्पताल प्रशासन और सरकार की लचर कार्यशैली के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा है और इस कैटेगरी के मरीजों को निशुल्क सुविधा देने के लिए 30 दिन की वेटिंग लिस्ट बताकर टरकाया जा रहा है. सराफ के अनुसार मरीजों को हो रही परेशानी को वो और भाजपा सदन में भी उठाएगी. ताकि सरकार पर चिकित्सा सुविधा सुलभ कराए जाने के लिए दबाव बनाया जा सके.
गौरतलब है कि ईटीवी भारत ने हाल ही में 'जयपुरिया अस्पताल में मोबाइल भरोसे-डॉक्टर्स और भगवान भरोसे मरीज' खबर के जरिए अस्पताल में परेशान हो रहे मरीजों की पीड़ा और आवाज उठाई थी. हालांकि अब तक इस अस्पताल में एक्सरे की फिल्म सरकार ने उपलब्ध नहीं कराई है. जबकि राजधानी जयपुर में खुद मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री रहते हैं.