जयपुर.रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर पांच लाख रुपए की ठगी करने और फर्जी नियुक्ति पत्र थमाने का मामला सामने आया है. इसे लेकर अब कोर्ट इस्तगासे के माध्यम से विश्वकर्मा थाने में मामला दर्ज हुआ है.
परिवादी आमेर के रिया की ढाणी निवासी कैलाश गुर्जर ने परिवाद में बताया कि साल 2019 में उसके परिचित पूरण सिंह के माध्यम से उसकी जान-पहचान पंजाब के पटियाला निवासी रोहित गब्बा से हुई. वह सेकंड हैंड गाड़ियों का व्यापार करता है. परिवादी कैलाश भी सेकंड हैंड गाड़ियों के व्यापार से जुड़ा है. उसका आरोप है कि रोहित कुमार गब्बा ने उससे कहा कि उसकी रेलवे में अच्छी सेटिंग है और वह किसी को रेलवे में नौकरी लगवा सकता है. उसकी बातों में आकर परिवादी ने खुद के भतीजे रोहित गुर्जर को नौकरी लगवाने को कहा. इस पर आरोपी रोहित ने उसके भतीजे के दस्तावेज मांगे और नौकरी लगवाने के लिए 8 लाख रुपए की डिमांड की.
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कैलाश ने परिवाद में आरोप लगाया है कि उसने 2019 में रोहित को एडवांस के तौर पर एक लाख रुपए दे दिए. उसके दोस्त पूरण सिंह ने भी अपने बेटे को नौकरी लगवाने के लिए उसे एक लाख रुपए दिए. इसके बाद आरोपी के कहने पर वह, पूरण सिंह और अन्य व्यक्ति 19 अक्टूबर, 2020 को लखनऊ पहुंचे. जहां उसने उनसे 2.50 लाख रुपए नकद ले लिए. जबकि 20 और 21 अक्टूबर को अलग-अलग ट्रांजेक्शन के माध्यम से उनसे एक लाख रुपए और ले लिए. रुपए देने के बाद आरोपी ने एक जॉइनिंग लेटर दिखाया और लेटर देने से पहले तीन लाख रुपए और मांगे. जो उसने दे दिए. इस तरह अलग-अलग बार में उसने तय की गई 8 लाख की रकम में से पांच लाख रुपए से ज्यादा उससे ले लिए और एक नियुक्ति पत्र दे दिया.