भजनलाल सरकार के चार मंत्रियों ने संभाला पदभार जयपुर. मलमास खत्म होने के बाद भजनलाल सरकार के चार मंत्रियों ने बुधवार को विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर पदभार संभाला. वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने पूजा अर्चना कर पहले अपनी मां तारा शर्मा को कुर्सी पर बैठाया, उसके बाद में मंत्री पद संभाला. पदभार संभालने के साथ ही मंत्रियों ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने जो जिम्मेदारी दी हैं, उसे पूरी निष्ठा के पूरा करेंगे. पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं को किसी तरह से राजनीतिक द्वेष से बंद नहीं करेंगे, अच्छी जन कल्याण की योजनाओं को और बेहतर तरीके से लागू किया जाएगा.
राजनीतिक द्वेष से नहीं होगा काम :राज्य पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री ओटाराम देवासी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बाद पदभार ग्रहण किया, इस बीच साधु संतों का आशीर्वाद भी ओटाराम देवासी को मिला. पदभार ग्रहण के बाद ओटाराम देवासी ने कहा कि पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग आमजन से जुड़ा विभाग है. आमजन से जुड़े मुद्दों को ध्यान में रखते हुए कार्य किए जाएंगे. पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने जो जिम्मेदारी दी है, उसे पूरी निष्ठा के साथ पूरा करेंगे.
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जनता के विकास के लिए करेंगे काम :जन जातीय क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि पिछली सरकार ने जनता को जिन कामों से वंचित रखा, उन कामों को पूरा करने का प्रयास करेंगे. अधिकारियों से भी आज मुलाकात होगी. मलमास के कारण पदभार ग्रहण नहीं किया था, आज पदभार ग्रहण किया है. विभाग के अधिकारियों से मिलकर रूपरेखा समझकर जनता के विकास के लिए काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जनहित की योजनाओं पर कोई राजनीति नहीं होगी, किसी भी जनहित योजना को बंद नहीं किया जाएगा, बल्कि उसे बेहतर तरीके से प्रभावी रूप से लागू करेंगे.
वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने अपनी मां तारा शर्मा को कुर्सी पर बैठाया वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि राजस्थान के वन और पर्यावरण की सुरक्षा करना मेरी पहली प्राथमिकता है, ताकि राजस्थान के पर्यटन का विकास हो और ज्यादा से ज्यादा पर्यटक राजस्थान आएं. खेल एवं युवा मामलात मंत्री केके बिश्नोई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास कर रहा है. प्रदेश में भी भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत से सरकार आई है. जनता ने गहलोत सरकार को नकारा है. भारतीय जनता पार्टी पिछले 5 सालों से सड़कों पर संघर्ष कर रही थी. विरोध प्रदर्शन से लेकर परिवर्तन यात्रा की. जनता ने बीजेपी के संघर्ष पर मुहर लगाई है.