जयपुर. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकारी कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारियों को वक्त पर कार्यालय आने की नसीहत देते रहते है. लेकिन उनकी इस बात को किस तरह से हवा में उड़ाया जा रहा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सरकारी कार्यालयों के खुलने का समय सुबह 9:30 बजे का है, लेकिन राजस्थान वर्क बोर्ड कार्यालय सुबह 11:00 बजे तक खाली पड़ा रहता है.
खाली पड़ी सरकारी कार्यालय की कुर्सिया इस बात का खुलासा ईटीवी भारत ने किया. ईटीवी भारत की टीम सुबह 10:30 बजे राजधानी में स्थित राजस्थान वर्क बोर्ड कार्यालय पहुंची यहां पर सुबह 11:00 बजे तक बस कुछ-एक कर्मचारी नजर आए. बाकी सब कुर्सियां खाली दिखाई दी. जब पूछा गया कि यहां पर कर्मचारी नजर क्यों नहीं आ रहे तो वहां पर मौजूद एक कर्मचारी का कहना था कि कोर्ट गए हुए होंगे इस वजह से आ नहीं पाएं.
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आंखों देखा हाल
विभाग की टीम जब सुबह 10:30 बजे राजधानी जयपुर में स्थित है राजस्थान वक्फ बोर्ड कार्यालय पहुंची तो यहां पर बस एक चौकीदार ही मौजूद था हैरानी की बात तो यह रही कि अलग-अलग कमरों का जायजा लिया तो आला अधिकारी भी मौजूद नहीं थे. एक कमरे में बस एक कर्मचारी कंप्यूटर बैठकर काम कर रहा था. जब ईटीवी भारत की टीम दोबारा से कार्यालय पहुंची तो सभी कर्मचारी वहां पर नजर आए.
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वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सैयद मुकीम शाह ने ईटीवी भारत के संवादाता से बातचीत के दौरान बताया कि अगर कोई भी कर्मचारी वक्त पर कार्यालय नहीं पहुंच रहा है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर कोई कर्मचारी झूठ भी बोलता है तो कैमरे में देख कर उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी.