जयपुर. राजस्थान विधानसभा के मौजूदा सत्र में मीडिया के प्रवेश को लेकर लगाई गई पाबंदी का मसला शुक्रवार को सदन में भी उठा. शून्यकाल में भाजपा विधायक मदन दिलावर ने यह मामला उठाते हुए अध्यक्ष सीपी जोशी का ध्यान आकर्षित किया तो जवाब में आसन पर मौजूद स्पीकर ने दो टूक जवाब देते हुए उन्हें शांत करा दिया.
मैं सर्वप्रिय नहीं बल्कि अनुशासन प्रिय अध्यक्ष बनना चाहता हूं : डॉ. सीपी जोशी
विधानसभा में मीडिया पर लगाई गई पाबंदी का सवाल शुक्रवार को सदन में भी उठा. विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी ने इस संबंध में साफ कहा कि 'मैं सर्वप्रिय अध्यक्ष नहीं बल्कि अनुशासन प्रिय अध्यक्ष बनना चाहता हूं'.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह नियम और प्रतिक्रियाओं के तहत ही सदन चलाना चाहते हैं और व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए जो व्यवस्था उन्होंने की है, उसे तो सब को मानना ही होगा. स्पीकर डॉ. जोशी ने कहा कि विपक्ष और मीडिया कहते हैं कि आपातकाल लग रहा है, लेकिन ऐसा नहीं है. जो नियम और व्यवस्था तय की गई है उसके तहत केवल मीडिया ही नहीं विधायक, मंत्रियों और अधिकारियों के विधानसभा में प्रवेश संबंधी भी कई नियम सख्ती से लागू किए गए हैं.
अध्यक्ष जोशी ने यह भी कहा कि 'वह सर्वप्रिय अध्यक्ष नहीं बल्कि अनुशासन प्रिय अध्यक्ष बनना चाहते हैं' और यदि इससे किसी को नाराजगी हो तो भी उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. जोशी ने कहा मीडिया कवरेज करें तो ठीक वरना कोई बात नहीं. क्योंकि अब तकनीक बदल चुकी है और सदन की कार्यवाही का यूट्यूब पर लाइव प्रसारण किया जा रहा है. ताकि हर सदस्य की बात जनता तक पहुंच सके.