जयपुर. पिछले दिनों आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने केंद्रीय रेल मंत्री को अजमेर के तारागढ़ किले में निर्मित रेलवे क्वार्टर को आरटीडीसी के उपयोग में लेने के लिए पत्र लिखा था. इसे रेलवे ने अव्यवहारिक बताया है. रेल मंत्रालय दिल्ली ने समीक्षा करके इस मुद्दे को स्पष्ट करते हुए व्यवहारिक और प्रसांगिक बताया (Railway denied use of railway quarters for tourism) है. तारागढ़ स्थित रेलवे स्थल का उपयोग भविष्य में रेलवे की ओर से विभिन्न गतिविधियों के लिए उपयोगी होगा.
आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने 13 दिसंबर, 2022 को अजमेर के तारागढ़ किले स्थित रेलवे क्वार्टर के रेस्टोरेशन और उपयोग के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के नाम पत्र लिखा था. पत्र में लिखा था कि अजमेर स्थित लगभग 1500 वर्ष पुराने तारागढ़ जिला पुरातत्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक स्थल है. ऐतिहासिक स्थल होने के साथ-साथ अजमेर शहर का विहंगम दृश्य अवलोकन के लिए उपयुक्त स्थान होने के कारण पर्यटकों में काफी लोकप्रिय है.
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तारागढ़ किले पर बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटकों का आवागमन रहता है. दुर्गम पहाड़ी स्थान पर स्थित होने के कारण आरटीडीसी की ओर से पर्यटकों की सुविधा के लिए रोपवे सेवा और हेलीकॉप्टर सेवा शुरू किए जाने का प्रयास किया जा रहा है. जिससे इस स्थान पर पहुंचने में पर्यटकों के समय और मेहनत की बचत होगी. अधिक से अधिक पर्यटकों को इस पुरातत्व और इतिहास की जानकारी से अवगत कराया जा सकेगा. तारागढ़ किले में पर्यटकों को बेहतर खानपान की व्यवस्था और आवास सुविधा का अभाव है.