जयपुर.शहर में महापौर बदलने के बाद से सरकार एक्शन में है. वहीं निगम प्रशासन शहर में डोर टू डोर कचरा संग्रहण कर रही बीवीजी कंपनी खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकता है.पहले महापौर और बाद में निगम आयुक्त के दौर में शहर की सफाई व्यवस्था की पोल पूरी तरह खुल गई. जिसके बाद निगम अधिकारियों ने बीवीजी कंपनी को आखिरी अल्टीमेटम दे दिया है कि वे शहर में सफाई की कार्य योजना पेश करें, नहीं तो अपने बोरिया-बिस्तर समेटने की तैयारी कर ले.
राजधानी में डोर-डू-डोर कंपनी पर गिर सकती है गाज...ये है कारण
निगम प्रशासन शहर में डोर टू डोर कचरा संग्रहण कर रही बीवीजी कंपनी खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकता है.
निगम ने बीवीजी कंपनी से कुछ सवाल किए जिसके बाद निगम ने कंपनी के अल्टीमेटम दे दिया है. वहीं महापौर ने पिछले दिनों सफाई को लेकर शहर के कई स्थानों का दौरा किया था. जिसके बाद सफाई व्यवस्था पर नाराजगी जताई. डोर टू डोर के नाम पर हर महीने करोड़ों का भुगतान होने के बावजूद महापौर के औचक निरीक्षण में हर जगह गंदगी के ढेर दिखाई दिए.इसके बाद महापौर ने निगम के अधिकारियों की जमकर लताड़ लगाई थी. साथ ही बीवीजी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए थे.
निगम कचरा संग्रहण की गाड़ियों को खरीद कर डोर टू डोर कचरा संग्रहण की व्यवस्था अपने हाथ में लेगा. वहीं निगम सूत्रों की मानें तो विधानसभा चुनाव के बाद से ही बीवीजी कंपनी को रवाना करने की तैयारी शुरू कर दी गई थी. लोकसभा चुनाव की आचार संहिता हटने के बाद बीवीजी कंपनी को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाए.