डूगंरपुर.जिले के उपखण्ड मुख्यालय आसपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ की कमी को लेकर शुक्रवार को सुबह ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया.जिसके बाद चिकित्सा मंत्री व मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम भगीरथ साख को ज्ञापन सौपा गया.
ज्ञापन में बताया गया कि जिले का दूसरा सबसे बड़ा चिकित्सालय होने एवं सालाना 45 से 50 हजार रोगियो की संख्या होने के बाद भी यहां पर नियुक्त कार्मिकों के पद विलोपित कर देने से चिकित्सा व्यवस्था चरमरा सी गई है. ऐसे में रोगियों को अन्य चिकित्सालयों की शरण लेनी पड़ रही है. इसी तरह आसपुर जीएसएस से जुड़े गांवो में अनियमित बिजली आपूर्ति के चलते उपभोक्ताओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
चिकित्सा व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन पढे़-राजस्थान में ई-सिगरेट के बाद हुक्का बार पर पाबंदी, सजा और जुर्माने का भी प्रावधान
बता दें कि ग्रामीणों ने बिजली व्यवस्था की सुधार की मांग भी की और कहा कि अगर सात दिन में समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो जन आंदोलन होगा. इस अवसर पर व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील जैन, भाजपा मंडल अध्यक्ष अनिल गुप्ता, प्रवीण कोठारी, हंसमुख सोनी, मगनलाल सोनी, प्रवीण भमावत, प्रकाश जैन, खेडा आसपुर सरपंच प्रकाश मीणा आदि उपस्थित थे.
ग्रामीणों ने एसडीएम के दुर्व्यवहार से जताया आक्रोश
ग्रामीणों की ओर से चिकित्सा एवं बिजली विभाग की जनसमस्याओं को लेकर उपखण्ड अधिकारी भागीरथ साख को ज्ञापन देने पहुंचे. जहां पर एसडीएम को लोग समस्या से अवगत कराना चाह रहे थे, किन्तु साख ने ज्ञापन दे दिया है तो पढ़ कर आवश्यक कार्यवाही कर दूंगा कह कर सब को जाने को कहा, इस पर चेम्बर में कुछ देर के लिए माहौल गरमा गया. इसके साथ ही एसडीएम के इस दुर्व्यवहार को लेकर ग्रामीणों ने रोष जताया.