डूंगरपुर.लॉकडाउन के बावजूद गुजरात सीमा से लगातार प्रवासी मजदूरों की घुसपैठ को रोकने को लेकर दोनों राज्यों के अधिकारियों की बॉर्डर मीटिंग आयोजित हुई. बैठक में गुजरात से पलायन को रोकने को लेकर कई मुद्दों पर दोनों ही राज्यों के अधिकारियों के बीच सहमति भी बनी.
राजस्थान-गुजरात के आला अधिकारियों की बैठक रतनपुर बॉर्डर पर एक होटल में आयोजित हुई बैठक में उदयपुर संभाग के आईजी पुलिस विनीता ठाकुर और संभागीय आयुक्त विकास भाले, उदयपुर एसपी कैलाश विश्नोई, डूंगरपुर एसपी जय यादव, एडीएम कृष्णपाल सिंह सहित कई अधिकारी शामिल हुए. गुजरात राज्य के फाइनेंस सेक्रेटरी सहित अरवल्ली कलेक्टर, महिसागर कलेक्टर, एसपी सहित दोनों राज्यों के आला अधिकारी शामिल हुए.
बैठक में राजस्थान के अधिकारियों ने विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि केंद्र सरकार की और से लॉकडाउन करने के बाद भी गुजरात से हरियाणा और उत्तरप्रदेश के प्रवासी मजदूर राजस्थान में हाईवे और पहाड़ों के रास्ते घुसपैठ कर रहे हैं. ऐसे में राजस्थान में संक्रमण फैलने का खतरा है. वहीं प्रशासन की ओर से अब तक किये गए बंदोबस्त फेल हो रहे हैं.
पढ़ें-कोरोना के खिलाफ जंग में सांसद ओम प्रकाश माथुर भी देंगे योगदान
इस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार अब दोनों राज्यों में शेल्टर होम में उनकी सीमा के प्रवासियों को रखा जायेगा और कोई भी बॉर्डर पार नहीं करेगा. इस सहमति के साथ ही अब लॉकडाउन और बॉर्डर सीलिंग के प्रावधानों को सख्ती से लागू किये जाने की आस बंधी है. आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से सीलिंग के कानून के उल्लंघन हो रहा था और पुलिस और प्रशासन के लिए घुसपैठ सिर दर्द बनी हुई थी.