धौलपुर. अलवर के सांसद बाबा बालक नाथ ने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार पर तीखे हमले किए (Baba Balak Nath targets CM Gehlot) हैं. उन्होंने प्रदेश को कंगाल बनाने के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तुष्टीकरण की राजनीति करने के आरोप लगाए. सांसद ने कहा कि गहलोत 10 जनपथ से डरते हैं, यही वजह है कि वे पीएम मोदी से नहीं मिलते. सांसद बीजेपी के पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रबुद्धजन गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे.
इस दौरान प्रेस को संबोधित करते हुए बालक नाथ ने कहा,'भारतीय जनता पार्टी देश को विश्वगुरु एवं सोने की चिड़िया बनाना चाहती है. साथ ही देश के वीर शहीदों ने जो कुर्बानी दी है, उस बलिदान को याद करना है.' केंद्र सरकार की ईआरसीपी योजना को लेकर पूछे गए सवाल पर बालक नाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सिर्फ इसी योजना का ढोल पीट रहे हैं. गहलोत ने ईआरसीपी योजना को राजनीति करने का माध्यम बना लिया है. ईस्टर्न कैनल परियोजना को मुख्यमंत्री ने ही ठंडे बस्ते में डाला था. वे केंद्र सरकार से बिना बात किए मुद्दा बना रहे हैं.
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उन्होंने कहा मुख्यमंत्री गहलोत का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक भी फोटो नहीं है. सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं. प्रदेश में जनता के साथ भेदभाव किया जा रहा है. प्रदेश को अशोक गहलोत सरकार ने दंगा प्रदेश बना दिया है. उन्होंने कहा जम्मू कश्मीर में सेना पर पत्थर बरसाए जाते थे, लेकिन राजस्थान में अपनी ही जनता के माध्यम से पत्थर बरसाए जा रहे हैं. गहलोत भलाई का काम छोड़कर सिर्फ टोंट मारने का काम करते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री 10 जनपथ के डर के चलते देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात नहीं करते हैं. जो पीएम मोदी को सबसे अधिक अपशब्द कहता है, सिर्फ वही कांग्रेस का चहेता रहता है.
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इस दौरान कश्मीर पर पूछ गए सवाल के जवाब में सांसद ने कहा कश्मीर से धारा 370 हटाने के साथ देश को अखंड किया गया है. करौली, जोधपुर में हुई घटना इसका सबूत है. कश्मीर के अंदर भारत सरकार उपद्रवियों को करारा जवाब देने का काम कर रही है. उन्होंने कहा निश्चित तौर पर एक दिन कश्मीरी पंडितों को उनका हक मिलेगा. कश्मीर में परिसीमन का काम चल रहा है. इस वजह से परिवारवादी पार्टियां भयभीत हैं.