धौलपुर. जिले के बाड़ी उपखंड के रहने वाले 38 वर्षीय एडवोकेट ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. लंबे समय तक चले लॉकडाउन के कारण वकील का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. परिवार की आजीविका बंद होने के कारण वकील ने सुसाइड की है. पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. जिसका परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम करवाकर शव सुपुर्द कर दिया है.
एडवोकेट ने किया सुसाइड... गौरतलब है कि कोरोना महामारी प्रत्येक वर्ग के लिए त्रासदी बनकर आई है. अदालतों के कामकाज बंद होने पर वकील भी इस आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. आर्थिक तंगी से परेशान होकर बाड़ी शहर के चांद शाह किरी मोहल्ला निवासी 38 वर्षीय सतीश सौकरवाल ने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया. परिजनों को जैसे ही एडवोकेट के विषाक्त पदार्थ के सेवन करने की जानकारी हुई तो होश उड़ गए.
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एडवोकेट की तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने बाड़ी राजकीय चिकित्सालय पर भर्ती कराया. लेकिन तबीयत में सुधार नहीं होने पर चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार देकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया. एडवोकेट को परिजनों ने नाजुक हालत में जिला अस्पताल के मेल मेडिकल वार्ड में भर्ती कराया. जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई. प्रकरण में एडवोकेट के मौसेरे भाई नाहर सिंह ने बताया कि वकील सतीश पिछले लंबे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था.
वकालत के माध्यम से ही उसकी आजीविका का संचालन होता था. लेकिन लंबे समय तक चले लॉकडाउन के कारण वकालत के कामकाज पूरी तरह से ठप हो गए. महीनों से सतीश घर बैठा हुआ आर्थिक तंगी से परेशान था. परिवार का संचालन नहीं होने पर उसने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया. जिसके कारण उसकी मौत हो गई.