दौसा. मेहंदीपुर बालाजी में 15 साल की एक दिव्यांग बच्ची जो की बोलने और सुनने में भी सक्षम नहीं थी उसके साथ दरिंदों ने रेप किया और उसे अधमरी हालत में छोड़ भाग गए. बच्ची के पिता ने उसकी हालत देखकर पुलिस को सूचना दी. नाबालिग को इलाज के लिए महुआ अस्पताल में लेकर गए जहां से पीड़िता को जयपुर रैफर किया गया. लेकिन उसकी मौत हो गई. फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.
मामले को लेकर दौसा पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 24 जुलाई को मेहंदीपुर बालाजी में आई नाबालिक की तबीयत खराब होने पर उसके पिता महुआ इलाज के लिए लेकर गए उसके बाद उसे जयपुर रैफर कर दिया गया. जिसकी 1 जुलाई को देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लड़की शारीरिक रूप से अक्षम होने कारण छोटे बच्चे की तरह थी यही कारण था कि उसके पिता उसे इलाज के लिए मेहंदीपुर बालाजी लेकर आए थे.
नाबालिग लड़की की दुष्कर्म के बाद हुई मौत पिता बच्ची को लेकर बालाजी क्षेत्र में धर्मशाला में ठहरे हुए थे. इसी दौरान एक व्यक्ति उनके संपर्क में आया जो उनके के पिता के साथ घुलमिल गए और नाबालिग के दैनिक कार्य करवाने में मदद करने लगा. एक दिन बालिका के पिता धर्मशाला काम लिए बाहर गए तो बदमाश उसको उठाकर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म और मारपीट की. जिसके बाद उसके पिता बच्ची को महुआ अस्पताल लेकर गया जहां से उसे जयपुर रेफर कर दिया गया.
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अस्पताल में बालिका की इलाज के दौरान मौत हो गई. मामले में मानपुर पुलिस उप अधीक्षक सुरेश मीणा के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों को पकड़ने के प्रयास शुरू कर दिए गए. पुलिस की ओर से आरोपियों पर 5000 का इनाम भी रखा गया है. आरोपियों की तलाश सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की जा रही है.