चित्तौड़गढ़.राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य शैलेंद्र पंड्या एक दिवसीय दौरे पर चित्तौड़गढ़ पहुंचे. उन्होंने यहां कई स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ बाल संप्रेषण गृह का निरीक्षण किया और संबंधित कार्मिकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
चित्तौड़गढ़ पहुंचे बाल संरक्षण आयोग के सदस्य शैलेंद्र पंड्या हालांकि बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष संगीता बेनीवाल भी चित्तौड़गढ़ आई थी, लेकिन आवश्यक सरकारी कामकाज के चलते वे जयपुर निकल गई. पंड्या ने बाल संप्रेषण गृह की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और संबंधित बच्चों के साथ साथ कर्मचारियों से भी बातचीत की.
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हालांकि यहां सारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद पाई गई. बातचीत के दौरान कर्मचारियों से किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर आयोग के सदस्य और अधिकारियों से भी बातचीत करने की बात कही. उन्होंने कहा कि आयोग पूरी तरह से बच्चों के लिए हैं और इसके लिए किसी भी समय संपर्क किया जा सकता है. बाल कल्याण समिति के साथ चर्चा के दौरान जो भी समस्याएं सामने आई उन्हें फाइल निरीक्षण के बाद सुलझाने का प्रयास किया जाएगा.
स्कूल निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों से भी बातचीत की और संबंधित प्रिंसिपल और शिक्षकों से बच्चों से उनकी परेशानियों को लेकर लगातार बातचीत करने को कहा ताकि किसी भी प्रकार की समस्या हो, उन्हें सुलझाया जा सके. पंड्या डगला का खेड़ा स्थित आदर्श आंगनवाड़ी केंद्र पहुंचे जहां सफाई और दीवारों पर पेंटिंग देखकर काफी खुश हुए.
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उन्होंने यहां रजिस्टर चेक करते हुए बच्चों की कम संख्या पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायता से भी चर्चा की. साथ ही बच्चों को मिड डे मील में क्या-क्या दिया जा रहा है इस बारे में भी जानकारी ली. कोरोना पीरियड के दौरान मिड डे मील के बारे में पूछा तो उन्हें बताया गया कि हर बच्चे के घर पर गेहूं चावल आदि पहुंचाए गए.
बाल संरक्षण आयोग के सदस्य शैलेंद्र पंड्या ने बाल अधिकार संबंधी मुद्दों पर बैठक की
चित्तौड़गढ़.राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग सदस्य शैलेन्द्र पंड्या ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला प्रशासन के साथ बाल अधिकारों से सम्बंधित मुद्दों के सम्बन्ध में बैठक ली.
बाल अधिकार संबंधी मुद्दों पर शैलेंद्र पंड्या ने बैठक की उन्होंने लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012 के जिले में प्रभावी क्रियान्वन के निर्देश दिए. साथ ही पंड्या ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम, 2009 को लेकर भी अधिकारियों से चर्चा की और इस अधिनियम का लाभ लेते हुए अधिक से अधिक बच्चों को स्कूलों तक लाने को कहा. वहीं, नवीन किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने बालश्रम उन्मूलन कलेक्ट्रेट के साथ बाल मित्र योजना का अधिक से अधिक प्रसार करने के भी निर्देश दिए. पंड्या ने कहा कि हमें बाल श्रम से मुक्ति दिलाने के बाद बच्चों की शिक्षा पर अच्छे से ध्यान देना है, ऐसा करके ही हम अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर सकते हैं.
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पंड्या के साथ-साथ एडीएम रतन कुमार, एसडीएम नरेंद्र कुमार मीणा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक ज्योति प्रकाश अरोड़ा, टीना अरोड़ा सहायक निदेशक डी.सी.आर, सीडीईओ अरुण कुमार दशोरा, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शांतिलाल सुथार, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक कल्याणी दीक्षित सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
किशोर गृह अधीक्षक विकास खटीक बैठक के अतिरिक्त बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेश दशोरा, सदस्य मंजू जैन, फारुक पठान सहित अन्य मौजूद रहे. इसके साथ ही प्रोटेक्शन ऑफिसर नवीन कुमार, सहायक प्रशासनिक अधिकारी नारायण मीणा आदि मौजूद रहे.